कोरोनावायरस महामारी के दौरान ज्यादातर लोग तनाव की समस्या से जूझ रहे हैं। ऐसा लगता है कि लोगों के मन में कोई अनजाना भय बैठ गया हो।
लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोनावायरस महामारी के दौरान ज्यादातर लोग तनाव की समस्या से जूझ रहे हैं। ऐसा लगता है कि लोगों के मन में कोई अनजाना भय बैठ गया हो। तनाव और चिंता की समस्या के शिकार हर उम्र के लोग हो रहे हैं। यहां तक कि बच्चों पर भी तनाव का असर देखा जा रहा है। हमेशा हंसते रहने और धमाचौकड़ी मचाने वाल बच्चे अक्सर गुमसुम नजर आते हैं। महिलाओं पर भी तनाव का असर पड़ रहा है। वहीं, बहुत से लोग रोजगार चले जाने या आमदनी में कमी हो जाने की वजह से बेहद परेशान रहने लगे हैं। तनाव का बने रहना हर लिहाज से बुरा होता है। इससे कई तरह की बीमारियां पैदा हो सकती हैं, वहीं अगर तनाव कम नहीं हुआ तो डिप्रेशन जैसी गंभीर मानसिक बीमारी भी हो सकती है। कुछ आसान उपायों से इस समस्या पर काबू पाया जा सकता है।
1. किसी समस्या पर ज्यादा मत सोचें
किसी समस्या पर लगातार सोचते रहने से भी तनाव बढ़ता है। इसलिए एक ही बात को लेकर हर समय नहीं सोचते रहना चाहिए। अगर कोई समस्या है, तो उसके समाधान के लिए सकारात्मक सोच अपनाएं और घर के लोगों के साथ मिल कर कोई उपाय करें। सिर्फ चिंता करते रहने से कोई बात नहीं बनती।
2. सुबह-शाम सैर करें
अब लॉकडाउन खत्म हो गया है और कहीं आने-जाने पर पहले जैसी पाबंदी नहीं है। इसलिए सुबह-शाम पार्क में या कहीं भी सैर करने जरूर निकलें। 2-3 किलोमीटर की सुबह की सैर से शरीर और मन को ताजगी मिलेगी। शाम को भी वॉक पर निकलें।
3. स्मार्टफोन, सोशल मीडिया का कम करें यूज
स्मार्टफोन का इस्तेमाल जरूरत पड़ने पर किसी से बातचीत करने के लिए करें। उस पर तरह-तरह के ऐप्स का यूज करने से भी बचना चाहिए। इसी तरह, सोशल मीडिया के इस्तेमाल का समय तय कर लें। सोशल मीडिया पर कई तरह की अफवाहें उड़ती हैं। फेक न्यूज और अफवाहों से भी चिंता और तनाव की समस्या पैदा होती है।
4. योग और प्राणायाम
तनाव और चिंता की समस्या में योग और प्राणायाम से काफी लाभ होता है। सुबह के समय नियमित तौर पर योग और प्राणायाम करें। इससे कई तरह की बीमारियों से भी बचाव होता है।
5. म्यूजिक सुनें
म्यूजिक सुनने से भी मन को काफी सुकून मिलता है। आजकल तनाव की समस्या दूर करने के लिए म्यूजिक थेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन शोर-शराबे से भरा संगीत नहीं सुनना चाहिए। इससे परेशानी बढ़ सकती है। कोई मधुर संगीत या भजन सुनें। इसके साथ ही रात में समय पर सो जाएं। बेवजह देर रात तक जगे रहने से भी तनाव बढ़ता है। अगर किसी को तनाव के साथ ही डिप्रेशन की भी समस्या हो तो मनोचिकित्सक से सलाह लेने में संकोच नहीं करना चाहिए।