नई मां बनने के बाद महिलाओं को शारीरिक और भावनात्मक सहारे की ज़रूरत होती है। पति का प्यार और मदद उन्हें पोस्टपार्टम डिप्रेशन से बचा सकता है। बच्चे की देखभाल के साथ-साथ पत्नी का भी ख्याल रखें।
नई मां बनना एक खूबसूरत लेकिन चुनौतीपूर्ण सफर होता है। इस दौरान नई मम्मी को न केवल फिजिकल बल्कि इमोशनल सपोर्ट की भी जरूरत होती है। हस्बैंड का साथ और समझदारी इस दौर को आसान बना सकती है। अक्सर बहुत सी महिलाएं परिवार और पति के सपोर्ट न मिलने, काम की जिम्मेदारी और मेंटल सपोर्ट की कमी के कारण पोस्ट पार्टम डिप्रेशन में चली जाती हैं। ऐसे में पार्टनर का प्यार और सपोर्ट उन्हें डिप्रेशन में जाने से बचा सकता है।
डिलीवरी के बाद हसबैंड ऐसे करें वाइफ को सपोर्ट
1. घर के कामों में मदद करें
मां बनने के बाद महिलाओं के लिए घर के काम संभालना मुश्किल हो सकता है।
डाइपर बदलने, खाना बनाने या कपड़े धोने में मदद करें।
रात में बच्चे को संभालने की जिम्मेदारी भी लें ताकि वह आराम कर सके।
इससे नई मम्मी को आराम मिलेगा और वह जल्दी रिकवर कर पाएंगी।