
Women sexually Abused story: मैं मानसिक रूप से बीमार हो चुकी हूं। कई तरह की बीमारी का इलाज मनोवैज्ञानिक कर रहे हैं। डॉक्टरों के मुताबिक ये मानसिक विकार मेरी मां की ओर से किए गए शोषण और दूसरों से मेरे साथ करवाती थीं उसका परिणाम है। कहानी राव्या (बदला हुआ नाम) की है। जो आज दो बच्चों की मां हैं, बावजूद खुद को संभाल नहीं पाई हैं। आइए जानते हैं पूरी कहानी और एक्सपर्ट की इसपर क्या राय है।
राव्या बताती हैं कि बचपन से लेकर जवानी तक उनकी मां के सह पर फैमिली मेरे साथ शारीरिक शोषण करते रहें। मेरे साथ मारपीट भी की जाती थी। जब मैं 12 साल की थी तब मेरे साथ यौन शोषण बंद हो गया। मुझे उस वक्त पता चला कि मेरा यौन शोषण हो रहा है और मेरी मां को ये पता था, यहीं से मेरा लगाव मां से टूट गया। 18 साल की उम्र तक मेरे साथ मारपीट की गई। मेरी मां का प्यारा आखिरी बार मेरे ऊपर हाथ उठाने आया था तब मैंने मैंने धमकी दी कि मैं पुलिस में शिकायत करूंगी और उसे गिरफ्तार करवा दूंगी।
इसके बाद उनका मेरे ऊपर अत्याचार करने का खेल बंद हो गया। लेकिन मां का इमोशनल अत्याचार साल 2013 तक चलता रहा जब तक कि वो मर नहीं गईं।अब मुझसे कहा जा रहा है कि चूंकि वो मर चुकी है, इसलिए मुझे सब कुछ भुला देना चाहिए। मेरे भाई-बहन उसका साथ देते थे क्योंकि वे माँ की नजरों में अच्छे बने रहना चाहते थे।
इतने वर्षों की नफरत और शोषण के बाद, मैंने मान लिया कि मेरे अपना एक बच्चा ही मेरा परिवार हैं।लेकिन अब वो भी मुझसे ठंडे व्यवहार करते हैं। वो डांटता है। कहता है कि तुम्हारी मां मर चुकी है। अब भूल जाओ।मैं कैसे समझाऊं कि जब किसी बच्चे का शोषण उसके चलना सीखने से पहले ही शुरू हो जाए, तो उसे "बस ऐसे ही" नहीं भुलाया जा सकता?
एक्सपर्ट की राय-वाकई आपके साथ जो घटा वो बहुत ही दर्दनाक है। आपके बच्चे शायद आपकी मदद करना चाहते हों, लेकिन वे इस बात से बिल्कुल अनजान हैं कि शारीरिक, मानसिक और यौन शोषण का प्रभाव कितना गहरा होता है। आप उन्हें अपने डॉक्टर से मिलवाएं वो बताएंगे कि आपके ऊपर क्या कुछ गुजरी है और आप कब इससे बाहर निकल पाएंगीं।
(ब्लैक डायरी एशियानेट की एक ऐसी सीरीज है,जिसमें हम रिश्तों से जुड़े राज,समस्या के बारे में बताते हैं जिसे खुलकर लोग बता नहीं पाते हैं। इस सीरीज के माध्यम से जो लोग हमें अपनी कहानी बताते हैं, हम उनका नाम बदलकर आप तक लेकर आते हैं। इसके साथ एक्सपर्ट की राय भी देते हैं, ताकि समस्या का निदान हो सके।ब्लैक डायरी में सभी तस्वीरें सांकेतिक होती हैं। )