मध्यप्रदेश के बाद अब गुजरात में भी कांग्रेस पार्टी को करारा झटका लगा है। कांग्रेस के 4 विधायकों ने विधानसभा को अपना इस्तीफा भेजा है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं की गई है कि किन विधायकों ने इस्तीफा दिया है। वहीं, कांग्रेस पार्टी ने सब कुछ सामान्य होने का दावा किया है।
अहमदाबाद. मध्यप्रदेश के बाद अब गुजरात में भी कांग्रेस पार्टी को उनके विधायकों ने तगड़ा झटका दिया है। 26 मार्च को होने वाले राज्यसभा चुनाव से ठीक पहले ही गुजरात कांग्रेस 4 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि किन विधायकों ने अपना इस्तीफा दिया है, उनके नामों का आधिकारिक तौर पर अभी ऐलान नहीं हुआ है।
गुजरात कांग्रेस के 4 विधायकों ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को सौंप दिया है। विधानसभा अध्यक्ष के जरिए कल इस्तीफा देने वाले विधायकों के नामों का खुलासा किया जाएगा। फिलहाल आधिकारिक तौर पर इस्तीफा देने वाले विधायकों का नाम सामने नहीं आया है।
कांग्रेस ने कहा, सबकुछ सामान्य
विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस पार्टी ने साफ कर दिया है कि गुजरात कांग्रेस में सबकुछ सामान्य है। किसी भी विधायक का इस्तीफा नहीं मिला है। सभी विधायक हमारे टच में हैं।
दो विधायक हैं गायब
4 विधायकों ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेजा है। जिसके बाद से कयास लगाया जा रहा है कि जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है जेवी काकडिया और सोमाभाई पटेल शामिल हो सकते हैं, क्योंकि चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के ये दोनों विधायक गायब हैं और कांग्रेस के संपर्क में नहीं आ रहे हैं। इसके अलावा मंगल गावित और प्रद्युमन सिंह जाडेजा का नाम शामिल किया जा रहा है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
14 विधायकों को जयपुर किया था शिफ्ट
मध्य प्रदेश में संकट में घिरने के बाद कांग्रेस ने गुजरात में भी फूट पड़ने की आशंका को देखते हुए एहतियात बरतना शुरू किया था। कांग्रेस ने शनिवार को अपने 14 विधायकों को गुजरात से हटाकर जयपुर शिफ्ट किया था। गुजरात के ये विधायक जयपुर के पांच सितारा होटल शिव विलास में रुके हैं।
4 विधायकों द्वारा इस्तीफा दिए जाने के बाद कांग्रेस अपने 20-22 विधायकों को भी जयपुर शिफ्ट कर सकती है। सूत्रों का कहना है कि 4 विधायकों के इस्तीफे समेत कांग्रेस के 10 से 12 विधायक इस्तीफा दे सकते हैं। इससे पहले मध्य प्रदेश में कांग्रेस के 22 विधायक अपना इस्तीफा दे चुके हैं।
मध्यप्रदेश में संकट में सरकार
कांग्रेस पार्टी को झटके पर झटका लग रहा है। सबसे पहले पार्टी से दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस्तीफा दिया। जिसके बाद उनके खेमे के 22 विधायकों ने मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष और राज्यपाल को अपना त्याग पत्र भेज दिया। जिसके बाद से मध्यप्रदेश में बनी कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी की सरकार संकट में घिर गई है। वहीं, राज्यपाल ने 16 मार्च को सरकार को बहुमत साबित करने का निर्देश दिया है।