डेंगू की वजह से खत्म हुआ पूरा परिवार, 15 दिन में 4 लोगों की मौत, सिर्फ एक नवजात बचा

Published : Oct 31, 2019, 02:39 PM ISTUpdated : Oct 31, 2019, 03:27 PM IST
डेंगू की वजह से खत्म हुआ पूरा परिवार, 15 दिन में 4 लोगों की मौत, सिर्फ एक नवजात बचा

सार

तेलंगाना के मंचेरियल शहर में डेंगू की वजह से 15 दिन के अंदर एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। परिवार में सिर्फ एक नवजात बचा है। बच्चे की मां, पिता, बहन और परदादा की डेंगू की वजह से मौत हो चुकी है। 

तेलंगाना. यहां के मंचेरियल शहर में डेंगू की वजह से 15 दिन के अंदर एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। परिवार में सिर्फ एक नवजात बचा है। बच्चे की मां, पिता, बहन और परदादा की डेंगू की वजह से मौत हो चुकी है। 

सबसे पहले पिता की मौत हुई
सबसे पहले डेंगू से बच्चे के पिता की मौत हुई।  30 साल के गुडिमल्ला राजगट्टू ने वायरल बुखार हुआ। 16 अक्टूबर को एक निजी अस्पताल में पांच दिनों तक इलाज चला। इसके बाद उसने दम तोड़ दिया। 

फिर दादा की हुई मौत
उनके बाद 70 साल के दादा लिंगैया को डेंगू का पता चला। वे परिवार के दूसरे सदस्य थे, जिनकी 20 अक्टूबर को इस बीमारी से मौत हुई। परिवार के दो लोग इन दोनों मौतों पर शोक मना रहे थे। उसी दौरान राजगट्टू की छह साल की बेटी वार्शिनी को डेंगू का पता चला था और दिवाली के दिन 27 अक्टूबर को इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई थी। 
 
बेटी की मौत के वक्त पत्नी सोनी गर्भवती थी
बेटी के मौत के वक्त राजगट्टू की पत्नी सोनी गर्भवती थी। उसे तेज बुखार हुआ। इलाज के लिए हैदराबाद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। 29 अक्टूबर को सोनी ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया और अगले दिन उसने अंतिम सांस ली। इससे पहले, तेलंगाना उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार की खिंचाई करते हुए कहा कि वह डेंगू के खतरे को रोकने के लिए प्रभावी उपाय करे। पिछले हफ्ते खम्मम अदालत के एक वरिष्ठ न्यायाधीश जयम्मा की 21 अक्टूबर को डेंगू से मृत्यु हो जाने के बाद खम्मम और तेलंगाना के कई अन्य शहरों के अधिवक्ताओं ने अदालतों का बहिष्कार किया था।
 

PREV

Recommended Stories

इंडिगो फ्लाइट कैंसिलेशन में एक पिता की हिम्मत: रात भर गाड़ी चलाकर बेटे को पहुंचाया 800 km दूर स्कूल
SIR विवाद के बीच PM मोदी की पश्चिम बंगाल में रैली 20 दिसंबर काे-क्या है इसके सियासी मायने?