मुंबई के नालासोपारा के विनायक अस्पताल में कथित रूप से ऑक्सीजन की कमी की वजह से 3 कोविड मरीजों की मौत की खबर है। हालांकि परिजन यह संख्या 7 बता रहे हैं। इस घटना के बाद मृतकों के परिजनों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया। हालांकि इस संबंध में हॉस्पिटल के एक डॉक्टर ने सफाई दी कि यहां सिर्फ गंभीर रोगियों को ही भर्ती किया जा रहा है। इसलिए इन मरीजों की मौत उनकी अधिक उम्र और गंभीर बीमार के कारण हुई। मप्र की राजधानी भोपाल में भी ऑक्सीजन की कमी से 5 मरीजों की मौत हो गई।
मुंबई. यहां के नालासोपारा के विनायक अस्पताल में कथित रूप से ऑक्सीजन की कमी की वजह से 3 कोविड मरीजों की मौत की खबर है। हालांकि परिजन यह संख्या 7 बता रहे हैं। इस घटना के बाद मृतकों के परिजनों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया। हालांकि इस संबंध में हॉस्पिटल के एक डॉक्टर ने सफाई दी कि यहां सिर्फ गंभीर रोगियों को ही भर्ती किया जा रहा है। इसलिए इन मरीजों की मौत उनकी अधिक उम्र और गंभीर बीमार के कारण हुई। हालांकि इस संबंध में हॉस्पिटल के एक डॉक्टर ने सफाई दी कि यहां सिर्फ गंभी रोगियों को ही भर्ती किया जा रहा है। इसलिए इन मरीजों की मौत उनकी अधिक उम्र और गंभीर बीमार के कारण हुई। कहा जा रहा है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी होने लगी थी। मामला सोमवार देर रात का है। लेकिन एक विधायक के ट्ववीट के बाद मामले ने तूल पकड़ा। मप्र की राजधानी भोपाल में भी ऑक्सीजन की कमी से 5 मरीजों की मौत हो गई।
पुलिस ने दिया तर्क
मुंबई के अस्पताल में हंगामे की सूचना के बाद मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर राजेंद्र कांबले ने बताया कि मरीजों को रात 3 बजे तक ऑक्सीजन की सप्लाई कराई गई थी। मृतकों के परिजनों की बिल को लेकर अस्पताल मैनेजमेंट से कहासुनी हुई थी। अगर वे अस्पताल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराते हैं, तो जांच होगी। इस घटना के बाद नालासोपारा के विधायक क्षितिज ठाकुर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद की गुहार लगाई है। हालांकि विधायक ने अपने ट्वीट में तीन मरीजों की मौत की बात कही है। विधायक ने सीएम उद्धव ठाकरे, डिप्टी सीएम अजीत पवार और स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे से भी मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। उधर, भाजपा नेता और नेता प्रतिपक्ष प्रवीण दरेकर और पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने इस अव्यवस्था के लिए सत्तारूढ़ महा विकास अघाडी (MVA) सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा इस समय ऑक्सीजन, बेड, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर, रेमेडिसविर आदि की ज्यादा जरूरत है, लेकिन सरकार सिर्फ लॉकडाउन पर फोकस कर रही है।
भोपाल में 5 की मौत
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भोपाल के 2 दर्जन अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी के चलते मरीजों की जान आफत में फंसी हुई है। यहां सोमवार को एमपी नगर के सिटी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते 30 साल के सौरभ गुप्ता, 35 साल के तुषार गुप्ता, 59 वर्षीय उर्मिला जैन और एक अन्य आशा पटेल की मौत हो गई थी। पीजीबीएम अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी के चलते एक महिला मरीज को छुट्टी देने पर उसकी मौत हो गई। इस संबंध में कलेक्टर अविनाश लवानिया ने कहा कि उन्हें शिकायतें मिली थीं। इसके बाद सिलेंडर भिजवाए गए थे।