दिल्ली में कोरोना के केस एक बार फिर से तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां रविवार को 24 घंटे में 7,745 केस सामने आए। यह केस उस समय आया है जब दिल्ली सरकार ने पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर रोक लगाने का फैसला किया है।
नई दिल्ली. दिल्ली में कोरोना के केस एक बार फिर से तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां रविवार को 24 घंटे में 7,745 केस सामने आए। यह केस उस समय आया है जब दिल्ली सरकार ने पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर रोक लगाने का फैसला किया है। राजधानी में संक्रमण दर यानी पॉजिटिविटी रेट 15 फीसदी के पार हो गई है।
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, 8 नवंबर को 6,069 रिकवरी और 77 लोगों की कोरोना से मौत हो गई। रविवार के आंकड़ों के मुताबिक, राजधानी में कोरोनो वायरस के केस 4,38,529 हो गए हैं, जिनमें 3,89,683 मरीजों को वायरस से उबरने के बाद छुट्टी दे दी गई है। 6,989 लोगों ने कोरोना की वजह से दम तोड़ दिया।
दिल्ली में कोरोनो वायरस रोगियों की रिकवरी दर 88.86 प्रतिशत और मृत्यु दर 1.59 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटों में दिल्ली में कोविड -19 के लिए 50,754 नमूनों का परीक्षण किया गया। यहांअब तक कोरोनो वायरस के लिए 50,99,774 परीक्षण किए हैं।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने रविवार को कहा कि दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर चल रही है। उन्होंने कहा, सरकार ने दिल्ली के अस्पतालों में कोविड -19 रोगियों के लिए बेडों की संख्या में वृद्धि की है, लेकिन होटल और बैंक्वेट हॉल में अभी ऐसी कोई योजना नहीं है।
कोविड -19 की तीसरी लहर दिल्ली में अपने चरम पर है। मामलों की संख्या पर जैन ने कहा कि यह अब तक की सबसे खराब हालत है। लेकिन जल्द ही मामलों में कमी आएगी।