सीमा सड़क संगठन(border roads organisation) ने दुनिया के एक खतरनाक दर्रे जोजिला को रिकार्ड समय मे फिर से खोल दिया है। यह इस बार महज 73 दिन बंद रहा। आमतौर पर सर्दियों के दिनों में इसे 160-180 दिनों के लिए बंद रखना पड़ता रहा है। सर्दियों में यहां का तापमान माइनस 20 डिग्री सेंटीग्रेड तक गिर जाता है। वहीं, बर्फीले तूफान आदि के कारण दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है।
श्रीनगर. सीमा सड़क संगठन (Border Roads Organisation-BRO) ने एक रिकॉर्ड कायम करते हुए 19 मार्च को केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के बीच प्रवेश द्वार-जोजी ला दर्रा(the Zoji La Pass) यानी श्रीनगर-कारगिल-लेह का ट्रैफिक के लिए खोल दिया। 11,650 फीट ऊंचाई पर स्थित इस रोड को इस साल पास बंद होने के 73 दिन बाद ही खोल दिया गया। यह पहली बार है जब बीआरओ ने खराब मौसम के बीच बीच लगातार बर्फ हटाते हुए 5 जनवरी तक दर्रे को खुला रखा था। बाद में इससे बंद किया गया था। आमतौर पर, भारी हिमपात के कारण सर्दियों के दौरान जोजी ला दर्रा लगभग 160-180 दिनों के लिए बंद रहता था। बता दें कि सर्दियों में यहां का तापमान माइनस 20 डिग्री सेंटीग्रेड तक गिर जाता है। वहीं, बर्फीले तूफान आदि के कारण दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। इस तरह बर्फ को हटाने के अलावा सड़क का ट्रैफिक के लायक बनाए रखने के लिए बीआरओ के कर्मचारी लगातार काम करते हैं।
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the Zoji La Pass: 15 फरवरी से फिर बर्फ हटाने का काम शुरू किया गया था
15 फरवरी से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में स्थित प्रोजेक्ट बीकन और विजयक दर्रे(Project Beacon and Vijayak) के दोनों ओर से बर्फ हटाने का कार्य शुरू किया गया था। निरंतर प्रयासों के बाद ज़ोजी ला दर्रे से 4 मार्च को कनेक्टिविटी शुरू कर दी गई थी। इसके बाद, वाहनों के सुरक्षित मार्ग को बनाने के लिए सड़क की स्थिति में सुधार करने के प्रयास किए गए। इसके बाद आवश्यक चीजों की आपूर्ति करने वाले वाहनों का पहला काफिला जोजी ला दर्रे को क्रास किया। यह लद्दाख के लोगों को आवश्यक राहत सामग्री देते हुए कारगिल पहुंचा। आमतौर पर नवंबर में बंद होने वाले पास को जनवरी तक खुला रखा गया था। इसे फिर से खोलना केवल अप्रैल के मध्य में संभव हो पाता है, लेकिन इस बार इसे मार्च में ही खोल दिया गया।
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दर्रे को फिर से खोलने के दौरान सीमा सड़क महानिदेशक (डीजीबीआर) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी(Lt Gen Rajeev Chaudhry) सहित प्रशासन और भारतीय सेना के के अधिकारियों सहित आमजन मौजूद थे। प्रोजेक्ट बीकन और विजयक के प्रयासों की सराहना करते हुए डीजीबीआर चौधरी ने कहा जोजी ला पास के जल्द खुलने से न केवल देश की रक्षा तैयारियों को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि लद्दाख के लोगों को आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही में भी सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि पास के खुलने से बीआरओ को लद्दाख में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के निर्माण के लिए आवश्यक सामग्री का स्टॉक करने में मदद मिलेगी। उन्होंने राष्ट्र निर्माण में सबसे आगे रहने के लिए बीआरओ की प्रतिबद्धता को दोहराया।