जाति जनगणना पर बोलते हुए लेखक एवं वेदांत दार्शनिक आचार्य प्रशांत ने कहा कि इससे बस डेटा ही आएगा। ये सब गंदगी धर्म के नाम पर हुई है और सफाई भी आकर धर्म ही करेगा। आगे क्या कहा सुनिए।