कोरोना वायरस ने भारत में रखा कदम? पहले जयपुर अब बिहार में चीन से लौटी छात्रा, कराई गई हॉस्पिटल में एडमिट

जयपुर में कोराना वायरस का संदिग्ध मरीज सामने आया है। उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कोरोना वायरस से पीड़ित लड़का चीन में पढ़ रहा है। वहीं, चीन के वुहान में अभी भी 250 छात्र फंसे हुए हैं। जिन्हें भारत वापस ले आने के कदम तेज कर दिया गया है। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 27, 2020 2:33 AM IST / Updated: Jan 27 2020, 11:35 AM IST

नई दिल्ली. चीन में पनपे कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है और हर देश इससे निपटने की सभी कोशिशों को कर रहे हैं। इसी क्रम में रविवार को जयपुर में कोराना वायरस का संदिग्ध मरीज सामने आया है। उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कोरोना वायरस से पीड़ित लड़का चीन में पढ़ रहा है। इस बीमारी का लक्षण मिलने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, बिहार के छपरा में भी एक छात्रा में कोरोना वायरस के लक्षण मिले हैं। जिसके बाद उसे पटना हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया है। 

चीन से लौटी है छात्रा 

बिहार की राजधानी पटना में चीन से लौटी एक युवती को पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। युवती बिहार के छपरा की रहने वाली है और कुछ ही दिन पहले चीन से लौटी है। युवती को पहले छपरा के एक अस्पताल में आईसीयू में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान स्थानीय डॉक्टरों ने पाया कि युवती की बीमारी के लक्षण कोरोना वायरस से मिलते-जुलते हैं। इसके बाद डॉक्टरों ने युवती को पटना के पीएमसीएच में रेफर कर दिया है। युवती का पीएमसीएच में इलाज चल रहा है। 

जांच के लिए भेजा गया सैंपल 

जयपुर के एसएमएस अस्पताल के सुपरिटेंडेंट डीएस मीणा ने पुष्टि की है कि एक मरीज को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। उन्होंने बताया कि उसका सैम्पल टेस्ट के लिए भेजा जाएगा। अभी कोरोना वायरस के मामले की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं विदेश मंत्रालय ने रविवार को कहा कि अब तक चीन में कोई भी भारतीय कोरोना वायरस के प्रकोप से प्रभावित नहीं हुआ है। बीजिंग स्थित दूतावास सभी भारतीयों के साथ यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स के संपर्क में है। वुहान और हुबेई प्रांत से भी लगातार अपडेट लिए जा रहे हैं। 

चीन में अब तक 56 की मौत 

चीन में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 56 हो गई है, जबकि संक्रमित लोगों की संख्या 1,975 तक पहुंच गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने रविवार को यह जानकारी दी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आयोग ने कहा कि शनिवार को 15 और लोगों के मरने व 688 लोगों के संक्रमित होने की सूचना आई है। 

324 लोगों की हालत गंभीर

आयोग ने कहा कि कुल 1,975 संक्रमित लोगों में से 324 लोगों की हालत गंभीर है और ठीक होने के बाद 49 लोगों को डिस्चार्ज कर दिया गया। इस दौरान कोरोना वायरस के 2,684 संदिग्ध मामले भी पाए गए हैं। स्वास्थ्य प्रशासन ने संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए लगभग 23,500 लोगों का परीक्षण किया है, जिनमें से 21,500 लोगों में किसी भी लक्षण को देखने के लिए उन्हें लगातार निगरानी में रखा गया है। चीन के 34 में से कम से कम 25 प्रांतीय खंडों में स्वास्थ्य का उच्चतम आपातकाल घोषित कर दिया गया है। 

यह देश हुए प्रभावित 

चीन के बाहर कोरोना वायरस ने पांव पसार लिया है। जिसका नतीजा है कि थाईलैंड में पांच मामले, ऑस्ट्रेलिया में चार, ताईवान, सिंगापुर, मलेशिया और फ्रांस में तीन-तीन और जापान, दक्षिण कोरिया, अमेरिका, वियतनाम में दो-दो व नेपाल में कोरोना वायरस के एक मामले की पुष्टि हुई है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के अनुसार, कोरोना वायरस के मरीज को जुकाम के साथ-साथ बुखार और थकान, सूखी खांसी और सांस लेने में परेशानी होती है। 

वुहान में फंसे हैं 250 छात्र 

वुहान में लगभग 700 भारतीय छात्र पढ़ते हैं। नए साल की छुट्टियों पर ज्यादातर भारत आ गए थे। 250 छात्र वुहान में ही फंसे रह गए। इन बच्चों के माता-पिता ने कोरोनावायरस के तेजी से फैलने की खबरों के बीच उनके हालात पर चिंता जताई थी। वुहान यूनिवर्सिटी की एक मेडिकल स्टूडेंट के पिता कुमारन जे के मुताबिक, छात्रों का खाने-पीने का सामान खत्म हो रहा है। वहां यातायात के साधनों के साथ दुकानें बंद हैं। लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने को कहा गया है। छात्र जब वुहान से निकलने की कोशिश में थे, तभी ट्रांसपोर्ट सेवाएं बंद कर दी गईं।

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