कोरोना के बाद अब दिल्ली-एनसीआर पर जहरीली हवा की मुसीबत आ पड़ी है। बताया जा रहा है कि इस बार अक्टूबर का महीना सबसे अधिक प्रदूषित रह सकता है। पिछले दो दिन से राजधानी में प्रदूषण स्तर काफी बढ़ा है। पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले दो दिन प्रदूषण स्तर बेहद खराब से गंभीर श्रेणी में पहुंच सकता है।
नई दिल्ली. कोरोना के बाद अब दिल्ली-एनसीआर पर जहरीली हवा की मुसीबत आ पड़ी है। बताया जा रहा है कि इस बार अक्टूबर का महीना सबसे अधिक प्रदूषित रह सकता है। पिछले दो दिन से राजधानी में प्रदूषण स्तर काफी बढ़ा है। पूर्वानुमान के मुताबिक, अगले दो दिन प्रदूषण स्तर बेहद खराब से गंभीर श्रेणी में पहुंच सकता है। पिछले साल की तुलना में देखें तो अक्टूबर में इस बार प्रदूषण 15 से 20 प्रतिशत अधिक रह सकता है।
क्या है स्थिति?
SAFAR के मुताबिक, दिल्ली और नोएडा में हवा की 'क्वालिटी बेहद खराब' है। दिल्ली का AQI 304, नोएडा का 342 रिकॉर्ड किया गया। जबकि गुड़गांव की स्थिति बेहतर है। यहां AQI 138 रिकॉर्ड हुआ। सफर के पूर्वानुमान के मुताबिक, राजधानी का प्रदूषण स्तर कुछ समय के लिए गंभीर श्रेणी में पहुंच सकता है।
शुक्रवार को कैसा रहा हाल?
दिल्ली और आसपास के इलाकों में शुक्रवार को प्रदूषण ने लोगों की हालत खराब कर दी। दिल्ली के 35 मॉनिटरिंग सेंटरों में से 10 पर दोपहर 2 बजे तक प्रदूषण गंभीर स्तर पर रहा। दिल्ली के अलीपुर में हेल्थ इमरजेंसी की स्थिति बन गई है। दोपहर बाद दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में हवा के रफ्तार पकड़ने से औसतन AQI 'बेहद खराब' कैटेगरी में रहा। दिल्ली में यह औसतन 366 रहा।
'घरों से कम बाहर निकलें लोग'
ईपीसीए ने एडवाइजरी जारी की है लोग घरों से कम बाहर निकले। लोगों को कोरोना से जुड़ीं सभी गाइडलाइन्स का पालन करना चाहिए। खासकर घर से बाहर निकलते समय मास्क जरूर पहनें। यह कोरोना और प्रदूषण दोनों की मार से बचा सकता है।