एयरफोर्स डे परेड 2022 (Airforce Day Parade) के दौरान 83 एयरक्राफ्ट फ्लाईपास्ट में हिस्सा लेंगे। इस बार की परेड में लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर भी पहली बार हिस्सा लेंगे। परेड के दौरान दुनिया भारतीय एयरफोर्स के लड़ाकू विमानों का जलवा देखेगी।
Airforce Day Parade 2022. एयरफोर्स डे परेड 2022 के दौरान 83 एयरक्राफ्ट फ्लाईपास्ट में हिस्सा लेंगे। इस बार की परेड में लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर भी पहली बार परेड का हिस्सा होगा। एयरफोर्स डे परेड 2022 के दौरान 44 फाइटर एयरक्राफ्ट, 20 हेलीकॉप्टर, 7 ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट और दो विंटेज एयरक्रॉफ्ट एरियल डिस्प्ले का हिस्सा होंगे। आगामी 8 अक्टूबर को चंडीगढ़ में आयोजित होने वाली भारतीय वायु सेना दिवस परेड में कुल 83 विमान भाग लेंगे। चंडीगढ़ में सुखना झील के ऊपर होने वाले एयर शो में इस बार लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर भी दिखाई देगा।
इन लड़ाकू विमानों का जलवा
8 अक्टूबर को आयोजित होने वाले एयरफोर्स डे परेड के एयरशो में जो लड़ाकू विमान शामिल होंगे। इनमें 6 मिग-29, 4 मिराज 2000के, 4 राफेल, 3 सुखोई-30एमकेआई, 3 मिग-21 बाइसन और 6 जगुआर शामिल हैं। ये सभी एयरशो में भारतीय वायुसेना की ताकत का प्रदर्शन करेंगे। सुखोई फाइटर जेट विक फॉर्मेशन में दिखाई देंगे तो वहीं वे आसमान में एक वर्टिकल स्प्लिट पर चलते दिखेंगे। चंडीगढ़ के सुखना झील के ऊपर हल्के लड़ाकू विमान तेजस को भी देखा जा सकेगा। हेलीकॉप्टरों के प्रदर्शन के लिए दो उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर, दो अपाचे हेलीकॉप्टर और एक एमआई -35 (कॉल साइन एकलव्य के साथ) एरोहेड फॉर्मेशन में दिखाई देंगे।
विंटेज डकोटा का आकर्षण
जानकारी के अनुसार विक फॉर्मेशन में तीन और एडवांस लाइट हेलिकॉप्टर (कॉल साइन रुद्र) और तीन MI-17V5s दिखाई देंगे। इसके अलावा फ्लाईपास्ट में विक फॉर्मेशन में शामिल किए गए तीन नए हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर, एक एमआई-17 IV और एक चिनूक भी शामिल रहेगा। चंडीगढ़ में आयोजित होने वाले एयर शो के दौरा ट्रांसपोर्ट विमान 'बिग बॉयज' IL-76, C-130 और AN-32 विमानों का भी प्रदर्शन किया जाएगा। वहीं विंटेज डकोटा और टी-6जी हार्वर्ड वायु सेना दिवस परेड में विशेष उपस्थिति दर्ज कराएंगे। वायु सेना दिवस 8 अक्टूबर 1932 को बल की स्थापना के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।
हर साल अलग जगह होगा आयोजन
यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि पहली बार वायु सेना दिवस परेड और फ्लाईपास्ट दिल्ली के बाहर आयोजित किए जा रहे हैं। इससे पहले दिल्ली के नजदीक हिंडन एयरबेस पर ही यह परेड होती थी। चंडीगढ़ में समारोह आयोजित करने का निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिया गया। उनका मानना है कि देश के बाकी हिस्सों को सरकारी कार्यों की समझ होनी चाहिए। सूत्रों के मुताबिक अब हर साल आयोजन स्थल बदलेगा।
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