अजय चौटाला अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा के शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले में बंद हैं। उन्हें अदालत ने 10 साल की सजा सुनाई है।
नई दिल्ली. हरियाणा में राजनीतिक उठापटक के बीच जेजेपी पार्टी प्रमुख दुष्यंत चौटाला के पिता अजय चौटाला को दो हफ्ते की फरलो (छुट्टी) मिली। अजय चौटाला ने जेल से बाहर आते ही बेटे की तारीफों के पुल बांध दिए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा को समर्थन देने के लिए बेटे(दुष्यंत) को मैंने ही कहा था।
अजय चौटाला अपने पिता और पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला हरियाणा के शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले में बंद हैं। उन्हें अदालत ने 10 साल की सजा सुनाई है। तिहाड़ जेल के डीजी ने बताया कि अजय चौटाला को जेल से दो हफ्ते की फरलो (छुट्टी) मिली है। वह रविवार की सुबह जेल से बाहर आ गए। जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने मीडिया से बात की और अपने बेटे दुष्यंत की जमकर तारीफ की उन्होंने कहा कि दुष्यंत ने कई लोगों को उनकी हैसियत बता दी है।
अजय चौटाला ने कहा, 'उसने मात्र 11 महीने पहले पार्टी बनाई थी। हम तो जेल में बंद हैं। अपनी मेहनत के दम पर एक संगठन को खड़ा किया. साथियों के साथ मिलकर उसने काम किया। आज नतीजे आपके सामने हैं, उसने कैसे-कैसे लोगों को इस चुनाव में उनकी हैसियत बता दी है.' उन्होंने यह भी कहा कि दुष्यंत मेरी सलाह के बगैर कोई फैसला नहीं लेता है। गठबंधन को लेकर भी उसने मुझसे बात की थी, इसके लिए मैंने सहमति दे दी।
जेजेपी ने दिया भाजपा को समर्थन
हरियाणा में सरकार बनाने का रास्ता साफ हो गया है। भाजपा और दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी मिलकर सरकार बनाएगी। गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार रात साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जनता के जनादेश को मानते हुए दोनों पार्टियों के नेताओं ने फैसला किया है कि भाजपा-जेजेपी मिलकर सरकार बनाएगी। भाजपा का मुख्यमंत्री और जेजेपी का डिप्टी सीएम होगा।
स्थिर सरकार के लिए भाजपा-जेजेपी का साथ आना जरूरी-
दुष्यंत चौटाला ने कहा था कि हरियाणा को स्थिर सरकार देने के लिए भाजपा और जेजेपी का साथ आना जरूरी है। मैं अमित शाह और जेपपी नड्डा को धन्यवाद कहना चाहता हूं। हमारी पार्टी ने फैसला किया है कि स्थिर सरकार देने के लिए हमारा साथ आना जरूरी है।
जेजेपी के पास 10 सीटें
90 सीटों वाले हरियाणा में भाजपा को 40 सीटों पर जीत मिली है। वहीं, कांग्रेस ने 32 और जेजेपी ने 10 सीटें जीती हैं। निर्दलियों को 9 सीटें मिली हैं।