
अकबरुद्दीन ओवैसी का नाम हम सबने सुना होगा। वो तेलंगाना के एमएलए हैं, एआईएमआईएम मेंबर हैं और उनके प्रतिनिधित्वकर्ता हैं। साथ ही वो असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई भी हैं। वो अपने भड़काऊ भाषण के लिए भी जाने जाते हैं।
हाल ही में उन्होंने कहा था कि 2012 में दिए गए उनके भाषण के आखिरी 15 मिनट से अभी तक आरआरएस उबर नहीं पाया है। हालांकि, ऐसे बयान कोई नई बात नहीं है। 2007 में उन्होंने तस्लीमा नसरीन का सिर काटने की धमकी दी थी। 2011 में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव को कातिल, दरिंदा बेईमान, धोखेबाज और चोर भी कहा था। साथ ही कहा था कि अगर नरसिम्हा राव जिन्दा होते तो उसे मार डालते। 2012 में उन्होंने कहा था कि राम की माता ने उन्हें कहां जन्म दिया था? उसी साल उन्होंने एक और विवादित बयान देते हुए कहा कि ये नया नाम भाग्यलक्ष्मी क्या है। भाग्य भी बदल जाता लक्ष्मी भी चली जाती है। उन्होंने ये बयान भी दिया था कि सौ करोड़ हिन्दुओं को बिना पुलिस के छोड़ दो। 25 करोड़ मुस्लिम उन्हें औकात दिखा देंगे।
अकबरुद्दीन ओवैसी लगातार अपने भड़काऊ भाषणों से अहिंसा फैलाते हैं। लेकिन सबसे मजेदार बात ये है कि जहां वो लोगों की धार्मिक आस्था पर चोट करते हैं, वहीं उनके भाई मीडिया के सामने प्रगतिवादी और उदारवादी होने का नाटक करते हैं। इसे रोकना बहुत जरुरी है।
भारत की असली पहचान अनेकता में एकता है। ये हमारी जिम्मेदारी है कि इन जैसे लोगों से बचकर रहें। और अपनी एकता खत्म ना होने दें। माइनॉरिटीज का काम ना सिर्फ अपने अधिकारों के लिए लड़ना है बल्कि उन्हें भारतीय संविधान में दिए गए अधिकारों के लये, जो भारतीयों का है, के लिए लड़ना सीखना चाहिए। भारत का भविष्य हमारे हाथों में। है अब ये हमारे ऊपर है कि हम धर्म जैसी चीजों के ऊपर लड़ाई करें या एक बनकर भारत की तरक्की में भागीदार बनें।
कौन हैं अभिनव खरे
अभिनव खरे एशियानेट न्यूज नेटवर्क के सीईओ हैं, वह डेली शो 'डीप डाइव विद अभिनव खरे' के होस्ट भी हैं। इस शो में वह अपने दर्शकों से सीधे रूबरू होते हैं। वह किताबें पढ़ने के शौकीन हैं। उनके पास किताबों और गैजेट्स का एक बड़ा कलेक्शन है। बहुत कम उम्र में दुनिया भर के 100 से भी ज्यादा शहरों की यात्रा कर चुके अभिनव टेक्नोलॉजी की गहरी समझ रखते है। वह टेक इंटरप्रेन्योर हैं लेकिन प्राचीन भारत की नीतियों, टेक्नोलॉजी, अर्थव्यवस्था और फिलॉसफी जैसे विषयों में चर्चा और शोध को लेकर उत्साहित रहते हैं। उन्हें प्राचीन भारत और उसकी नीतियों पर चर्चा करना पसंद है इसलिए वह एशियानेट पर भगवद् गीता के उपदेशों को लेकर एक सफल डेली शो कर चुके हैं।
अंग्रेजी, हिंदी, बांग्ला, कन्नड़ और तेलुगू भाषाओं में प्रासारित एशियानेट न्यूज नेटवर्क के सीईओ अभिनव ने अपनी पढ़ाई विदेश में की हैं। उन्होंने स्विटजरलैंड के शहर ज्यूरिख सिटी की यूनिवर्सिटी ETH से मास्टर ऑफ साइंस में इंजीनियरिंग की है। इसके अलावा लंदन बिजनेस स्कूल से फाइनेंस में एमबीए (MBA) भी किया है।