
Kanimozhi Russia visit: ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा PoJK और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद, भारत की वैश्विक कूटनीति ने एक और बड़ा कदम उठाया है। डीएमके सांसद डॉ. कनीमोझी (Kanimozhi) के नेतृत्व में सात-सदस्यीय ऑल-पार्टी डेलिगेशन (All-Party Delegation) रूस पहुंचा है, जहां उन्होंने आतंकवाद और भारत-पाक संबंधों को लेकर बेहद स्पष्ट और सख्त संदेश दिया।
मॉस्को (Moscow) में संवाददाताओं से बातचीत में डीएमके (DMK) सांसद कनीमोझी ने कहा कि पंडित नेहरू से लेकर अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी तक सभी प्रधानमंत्रियों ने भारत-पाक शांति की कोशिश की लेकिन हर बार हमें आतंकवादी हमलों से नुकसान हुआ। अब वक्त आ गया है कि हम आतंकवाद को स्पष्ट रूप से पहचानें और कोई बहाना न स्वीकारें। प्रधानमंत्री ने भी साफ कर दिया है कि आतंकवाद और उसका समर्थन, दोनों एक ही हैं।
इस प्रतिनिधिमंडल में विभिन्न राजनीतिक दलों के सांसद शामिल हैं। इस डेलीगेशन में राजीव राय (सपा), कैप्टन बृजेश चौटा (भाजपा), प्रेम चंद गुप्ता (राजद), अशोक कुमार मित्तल (आप) और पूर्व राजदूत मंज़ीव एस पुरी हैं। यह डेलिगेशन रूस के बाद स्पेन, ग्रीस, स्लोवेनिया और लातविया का दौरा करेगा।
मॉस्को में भारतीय दूतावास पहुंच कर डेलिगेशन ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इसके बाद पूर्व रूसी प्रधानमंत्री और RISS के निदेशक मिखाइल फ्राडकोव (Mikhail Fradkov) से मुलाकात कर वैश्विक सुरक्षा और आतंकवाद पर बातचीत की। कनीमोझी ने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा: हमने वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों और आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक प्रयासों पर चर्चा की।
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की मौत के बाद भारत ने 7 मई को 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू किया। इसमें पाकिस्तान और PoJK के नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इसके जवाब में पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिससे दोनों देशों में तनाव और बढ़ा।
17 मई को घोषित हुआ कि भारत के सात ऑल-पार्टी डेलिगेशन UNSC सदस्य देशों का दौरा करेंगे। इसका मकसद भारत की आतंकवाद पर Zero Tolerance Policy को दुनिया के सामने रखना और राष्ट्रीय एकता का प्रदर्शन करना है।