सेना और आतंकियों के बीच मुठभेड़, हुर्रियत नेता के बेटे समेत दो आतंकी ढेर, एक जवान शहीद

श्रीनगर के कानेमजार नवाकदल इलाके में सेना और आतंकियों के बीच सोमवार की रात दो बजे से मुठभेड़ जारी है। सेना ने आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर सर्च ऑपरेशन चलाया। इस दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर दी। जिसके बाद सेना भी लगातार मुंहतोड़ जवाब दे रही है। इसके साथ ही घाटी में इंटरनेट और सेवाओं को सस्पेंड कर दिया गया है। 
 

Asianet News Hindi | Published : May 19, 2020 1:55 AM IST / Updated: May 19 2020, 01:31 PM IST

श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सोमवार देर रात दो बजे से सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच जारी मुठभेड़ मंगलवार दोपहर को खत्म हुई है। ऑपरेशन के दौरान प्रशासन ने इलाके में मोबाइल से कॉल और इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। सिर्फ बीएसएनएल की पोस्टपेड सेवा चालू है। दो साल में ये पहला मौका है, जब श्रीनगर में इस तरह की मुठभेड़ हुई है। सुरक्षाबलों ने श्रीनगर के नवकडल इलाके में दो आतंकियों को घेर लिया था। बताया जा रहा है कि घिरे आतंकियों में से एक जुनैद सेहराई था, जो तहरीक-ए-हुर्रियत के चेयरपर्सन अशरफ सेहराई का बेटा है। दोनों को मंगलवार दोपहर मार गिराया गया।

सुरक्षाबलों का कहना है कि देर रात जुनैद सेहराई के नवकडल इलाके में छिपे होने की खबर मिली थी। इसके बाद ऑपरेशन शुरू किया गया था। मंगलवार दोपहर तक चले इस ऑपरेशन में जुनैद सेहराई और उसके एक साथी को मार गिराया गया। हालांकि, इस एनकाउंटर में एक जवान शहीद हो गया, जबकि चार घायल हो गए हैं। सोमवार की रात नवादकल इलाके में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर पुलिस ने देर रात घनी आबादी वाले इस इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। सुरक्षाबलों ने कुछ घरों को घेर लिया तो आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। 

हिज्बुल का आतंकी ताहिर भी हुआ था ढेर 

इससे पहले, रविवार को हुई मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी ताहिर अहमद भट मारा गया था। 16 मई की रात सुरक्षाबलों को डोडा के खोत्रा गांव में ताहिर के होने की सूचना मिली थी। जनवरी 2020 में हिजबुल आतंकी हारून के मारे जाने के बाद से यहां की आतंकी गतिविधियां ताहिर ही संचालित कर रहा था। रविवार सुबह 7 बजे के करीब एक घर के अंदर छिपे आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी थी। इसके बाद 5 घंटे चली मुठभेड़ में ताहिर मारा गया था। इससे 11 दिन पहले मारे गए रियाज नाइकू के बाद ये दूसरा बड़ा एनकाउंटर था। 

मार्च और अप्रैल में मारे गए 21 आतंकी 

22 अप्रैल- सेना ने शोपियां में चार आतंकवादियों को मार गिराया। 
17 अप्रैल- दो अलग-अलग जगहों पर मुठभेड़ हुई, इसमें चार आतंकी मार गिराए गए थे। 
11 अप्रैल-  कुलगाम जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी, इसमें आतंकी हथियार छोड़कर भाग गए थे।
7 अप्रैल- सेना ने आमने-सामने की लड़ाई में 5 आतंकी मार गिराए थे। यह कश्मीर में साल का सबसे मुश्किल ऑपरेशन था। इसमें सर्जिकल स्ट्राइक कर चुकी पैरा यूनिट के 5 जवान शहीद हो गए थे।
4 अप्रैल-  कुलगाम में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में हिजबुल के 4 आतंकियों को मार गिराया।
15 मार्च- अवंतीपोरा जिले के वटरीग्राम में सुरक्षाबलों ने चार आतंकियों को मार गिराया।

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