Drug recovery: ड्रग सिंडिकेट की एक और बड़ी खेप पकड़ी गई है। दिल्ली और गुजरात पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन में 5 हजार करोड़ रुपये से अधिक कीमत की कोकीन को बरामद किया है। संयुक्त पुलिस टीम ने 518 किलोग्राम कोकीन को जब्त किया है। इस ड्रग्स की बरामदगी अंकलेश्नर स्थित एक दवा फैक्ट्री से की गई है। इस महीने की यह तीसरी बड़ी बरामदगी है। अक्टूबर में 13 दिनों के भीतर 13 हजार करोड़ रुपये से अधिक कीमत के ड्रग्स बरामद किए जा चुके हैं।
दिल्ली में ड्रग्स की बड़ी खेप पहले ही पकड़ी जा चुकी
1 और 10 अक्टूबर 2024 को दिल्ली में ड्रग्स की बड़ी खेप पुलिस ने जब्त किया है। दिल्ली के इतिहास में अबतक की यह सबसे बड़ी बरामदगी थी। पहली बार 5820 करोड़ रुपये तो दूसरी बार 2000 करोड़ रुपये से अधिक के कोकीन ड्रग्स दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने बरामद किया है। स्पेशल सेल ने महिपालपुर में तुषार गोयल के वेयर हाउस में छापा मारकर 562 किलोग्राम कोकीन और 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना बरामद किया था। जबकि 10 अक्टूबर को पुलिस ने रमेशनगर में रेड किया था। यहां एक दुकान से 208 किलोग्राम कोकीन बरामद हुआ था। इन दोनों रेड में 8000 करोड़ रुपये कीमत से अधिक के ड्रग्स को पकड़ा गया था। इस बड़ी बरामदगी के पीछे मेक्सिकन ड्रग्स कार्टेल का लिंक सामने आया था।
कोलंबियन कार्टेल का हाथ?
दिल्ली में हुई ड्रग्स की बरामदगी का सीधा संबंध कोलंबियन कार्टेल से है। ड्रग्स की यह बड़ी खेप कोलंबियन कार्टेल ने सप्लाई की थी। इन्होंने ही अफगानी तस्करों के नेटवर्क से भारत में ड्रग्स सप्लाई की थी। इस ड्रग्स नेटवर्क का भारत में संचालन कथित तौर पर दक्षिण दिल्ली से किया जाता था। इसको अफगानी नागरिक आपरेट करता था। अफगानिस्तानी तस्करों का मेक्सिको और कोलंबियन कार्टेल के साथ सीधा संबंध है। यह कार्टेल, नार्को-टेरर से जुड़ा हुआ है। पढ़िए ड्रग कार्टेल के नेटवर्क की पूरी कहानी…