Antilia Case: स्कॉर्पियो मालिक मनसुख की हत्या के लिए 45 लाख की दी गई थी सुपारी, एनआईए तलाश रही सोर्स ऑफ फंडिंग

मनसुख हिरेन हत्या के मामले में चार्जशीट पेश करने के लिए स्पेशल कोर्ट ने 9 जून को NIA को 2 महीने का वक्त दिया था। NIA का कहना है कि इस मामले में फंडिंग किसने की थी, ये पता लगाने की जरूरत है। एनआईए ने अब तक 150 गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 4, 2021 4:20 PM IST

मुंबई। बिजनेस टाइकून मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के घर एंटीलिया (Antilia case) से कुछ दूरी पर विस्फोटकों से भरी स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन (Mansukh Hiren) की हत्या में चार्जशीट दाखिल करने के लिए एनआईए (NIA) को अभी एक महीना और चाहिए। नया खुलासा करते हुए एनआईए ने बताया कि मनसुख हिरेन की हत्या के लिए 45 लाख रुपये की सुपारी ली गई थी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (National Investigating Agency) को सुपारी के स्रोत और अन्य जानकारियों को एकत्र करने में वक्त लगेगा इसलिए चार्जशीट के लिए कम से कम 30 दिन का समय और चाहिए। 

फंड कैसे आए, कहां से आए? एनआईए कर रही जांच

मनसुख हिरेन हत्या के मामले में चार्जशीट पेश करने के लिए स्पेशल कोर्ट ने 9 जून को NIA को 2 महीने का वक्त दिया था। NIA का कहना है कि इस मामले में फंडिंग किसने की थी, ये पता लगाने की जरूरत है। एनआईए ने अब तक 150 गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं। दिल्ली भी एक टीम पहुंच कर पूछताछ कर चुकी है। एनआईए ने दो मोबाइल फोन भी कब्जे में लिए हैं। 
दोनों फोन का संबंध दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद इंडियन मुजाहिदीन के कथित प्रमुख तहसीन अख्तर से है। बताया जा रहा है कि यह उसी के पास से बरामद किए गए थे। अख्तर ने स्वीकार की है कि ये दोनों फोन उसी के हैं।

एंटीलिया के पास 25 फरवरी को मिली थी स्कॉर्पियो

मुंबई में मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास 25 फरवरी को विस्फोटक से भरी स्कॉर्पियो मिली थी। कुछ दिन बाद टेलीग्राम पर दो मैसेज भेजकर जैश-उल-हिंद नाम के आतंकी संगठन ने विस्फोटक रखने की जिम्मेदारी ली थी। 
उधर, एनआईए इस मामले में मुंबई पुलिस के एक सीनियर अफसर के खिलाफ मिले सबूतों की भी जांच कर रही है। जांच के बाद उस अफसर की गिरफ्तारी की परमिशन भी मांगी जाएगी।

मनसुख केस में अब तक इन लोगों की गिरफ्तारी हुई

मनसुख मामले में एनआईए अब तक मुंबई पुलिस के बर्खास्त एपीआई सचिन वझे, एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा, रियाजुद्दीन काजी और सुनील माणे को गिरफ्तार कर चुकी है। एनआईए ने पूर्व पुलिस कांस्टेबल विनायक शिंदे और क्रिकेट सट्टेबाज नरेश गोर को भी गिरफ्तार किया था।

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