होमगार्ड के जवान के काम से खुश होकर सीएम ने बनाया पुलिस कांस्टेबल, ठुकरा दी थी करोड़ों की रिश्वत

रिपोर्ट्स के मुताबिक, 21 जून को पुलिस ने मणिपुर से आ रहे एक ट्रक को कार्बी आंगलोंग जिले के डिल्लई चेक पोस्ट पर रोका था। चेकिंग के दौरान बोर्सिंग बे ने ट्रक से 3 किलो मेथामफेटामाइन की गोलियां बरामद की थीं।

Asianet News Hindi | Published : Jun 26, 2021 5:29 PM IST

गुवाहाटी. ड्रग तस्कर से रिश्वत लेने से इंकार करने और करीब 12 करोड़ रुपए की  प्रतिबंधित दवा क्रिस्टल मेथामफेटामाइन दवा को पकड़वाने वाले होमगार्ड के जवान को असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने शनिवार को पुलिस कांस्टेबल पद पर नियुक्त किया है। होमगार्ड को ड्रग तस्कर रिश्वत दे रहे थे, जिसे लेने से उसने इनकार कर दिया था। मुख्यमंत्री ने शनिवार को 35 वर्षीय बोर्सिंग बे को बधाई दी और नियुक्ति पत्र सौंपा।

बोर्सिंग बे के काम की राज्य में तारीफ हो रही है और लोग उन्हें नायक बता रहे हैं। 24 जून को असम कैबिनेट ने बोर्सिंग बे को असम पुलिस में कांस्टेबल नियुक्त करने का फैसला किया था।  असम के डीजीपी भास्कर ज्योति महंत ने 21 जून को पुलिस को 3 किलो मेथामफेटामाइन जब्त करने में मदद करने के बाद बोर्सिंग बे को 1 लाख के चेक भी दिया गया था। बोर्सिंग आंगलोंग जिले के डिल्लई पुलिस स्टेशन से जुड़े हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, 21 जून को पुलिस ने मणिपुर से आ रहे एक ट्रक को कार्बी आंगलोंग जिले के डिल्लई चेक पोस्ट पर रोका था। चेकिंग के दौरान बोर्सिंग बे ने ट्रक से 3 किलो मेथामफेटामाइन की गोलियां बरामद की थीं। इस दौरान ड्रग तस्कर उन्हें रिश्वत देने की कोशिश कर रहे थे लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया था। इसके बाद 12 करोड़ रुपये की मेथामफेटामाइन की गोलियां पकड़वाने में उन्होंने मदद की। इस मामले में तमिलनाडु की दो महिलाओं और मणिपुर के एक व्यक्ति को अरेस्ट किया गया था।

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