बलात्कारियों को गोली मारो...फांसी दो... ऐसी मांग करने वालों से अयोध्या के डीएम ने पूछा बड़ा सवाल

हैदराबाद में डॉक्टर से गैंगरेप मामले में सोशल मीडिया पर लोग कई तरह से प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले के डीएम अनुज के झा ने भी एक ट्वीट किया। उन्होंने सवाल उठाए कि क्या सिर्फ पुलिस, न्यायालय और दंड के सहारे सभ्य समाज का निर्माण हो पाएगा?

Asianet News Hindi | Published : Nov 30, 2019 9:47 AM IST / Updated: Nov 30 2019, 04:07 PM IST

नई दिल्ली. हैदराबाद में डॉक्टर से गैंगरेप मामले में सोशल मीडिया पर लोग कई तरह से प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले के डीएम अनुज के झा ने भी एक ट्वीट किया। उन्होंने सवाल उठाए कि क्या सिर्फ पुलिस, न्यायालय और दंड के सहारे सभ्य समाज का निर्माण हो पाएगा?

अनुज के झा का पूरा ट्वीट
अयोध्या के डीएम ने लिखा, "कल से बलात्कारियों को चौराहे पर गोली मारने, तुरंत फांसी देने के काफी आह्वान हुए हैं। अपने बच्चों को सही संस्कार देने, महिलाओं को सम्मान देने का भी कोई कमिटमेंट दिखा है क्या? मात्र पुलिस, न्यायालय और दंड के सहारे सभ्य समाज का निर्माण हो पाएगा?" 

पीड़िता की मां ने कहा था, आरोपियों को जिंदा जला दिया जाए 

हैदराबाद गैंगरेप मामले में पुलिस ने नवीन, केशावुलू और शिवा नाम के आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। महिला डॉक्टर की मां ने कहा, "मैं चाहती हूं कि मेरी मासूम बेटी के दोषियों को जिंदा जला दिया जाए। उन्होंने कहा कि घटना के बाद जब मेरी छोटी बेटी शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंची तो उसे दूसरे थाने शमशाबाद भेजा गया। कार्रवाई की बजाय पुलिस ने कहा कि मामला उसके क्षेत्र में नहीं आता। बाद में पीड़िता के परिवार के साथ कई सिपाही भेजे गए और सुबह 4 बजे तक छानबीन की गई मगर उसका पता नहीं चल पाया।"

आरोपियों ने ही स्कूटी को पंक्चर किया
पुलिस को संदेह है कि हमलावरों ने उसकी (महिला डॉक्टर) स्कूटी को पंक्चर किया होगा। इसके बाद मदद के बहाने अपहरण कर लिया। इसके बाद उसे टोंडुपल्ली टोल गेट के पास सुनसान जगह पर ले गए। इसके बाद पार्क किए गए ट्रकों के बीच रेप किया और फिर मार डाला। बाद में शव को एक ट्रक में पुलिया पर ले जाया गया और उसके जला दिया। इस बीच स्कूटर को  बाहरी इलाके कोथुर में सड़क किनारे छोड़ दिया।

शव देख लगा, किसी ने ठंड से बचने के लिए लकड़ी जलाई है
शव के सबसे पहले समला सत्यम नाम के एक दूधवाले ने देखा था। उसने बताया कि वह गुरुवार की सुबह 5 बजे अपनी बाइक से खेत जा रहा था। जब वह पुल के नीचे से गुजर रहा था तो देखा कि किनारे पर कुछ जला हुआ है। उसने सोचा कि किसी ने ठंड से बचने के लिए लकड़ी जलाया है। वह रुका नहीं और आगे निकल गया। जब वापस लौट रहा था तो फिर से उसकी नजर उस राख पर पड़ी। इस बार उसे राख के बीच एक हाथ दिखा। वह सहम गया और समझ गया कि किसी को जलाया गया है।

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