बलिया गोलीकांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने शुक्रवार को अपना एक वीडियो जारी कर कहा है कि उसने कोई गोली नहीं चलाई है। इसके साथ ही मुख्य आरोपी धीरेंद्र ने पुलिस और प्रशासन पर भ्रष्टाचारी का आरोप लगाते हुए मांग की है कि इस पूरे मामले की उचित जांच की जाए।
लखनऊ. बलिया जिले में एसडीएम और सर्कल ऑफिसर के सामने हत्या के मामले में यूपी पुलिस फंसती नजर आ रही है। इसी बीच गोलीकांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने शुक्रवार देर रात को अपना एक वीडियो जारी कर कहा है कि उसने कोई गोली नहीं चलाई है। इसके साथ ही मुख्य आरोपी धीरेंद्र ने मांग की है कि इस पूरे मामले की उचित जांच की जाए। अपने बयान में धीरेंद्र ने कहा है कि कल राशन की दुकानों का आवंटन होना था और इसी वजह से कई अधिकारी मौके पर आवंटन प्रक्रिया के लिए आए हुए थे। इसी मामले को लेकर धीरेंद्र ने क्षेत्र के एसडीएम और बीडिओ से मुलाकात की थी।
धीरेंद्र प्रताप के बयान के मुताबिक, मुलाकात को दौरान उसने अधिकारियों को अवगत कराया था कि क्षेत्र में चीजें काफी खराब थीं। इसके साथ ही उसने अपने बयान में एसडीएम, बीडीओ और अन्य अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए हैं। धीरेंद्र प्रताप का आरोप है कि वे लोग आवंटन प्रक्रिया को प्रभावित कर रहे थे। इसपर उसने घटना के लिए स्थानीय पुलिस और प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है।
अब तक मुख्य आरोपी के भाई सहित 5 गिरफ्तार, धीरेंद्र सिंह फरार
पुलिस ने मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह के भाई देवेंद्र प्रताप सिंह सहित पांच अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी धीरेंद्र सिंह अभी भी फरार है, जिसे पकड़ने के लिए दर्जन भर पुलिस टीम छापेमारी कर रही है।
जहां वारदात हुई, उस गांव के असलहों के लाइसेंस निरस्त
वारदात के बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए दुर्जनपुर गांव में सभी असलहों का लाइसेंस निरस्त करने का फैसला लिया है। बता दें कि रेवती थाना क्षेत्र के दुर्जनपुर गांव में ही कोटा की दुकान को लेकर खुली बैठक चल रही थी। इस दौरान मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने फायरिंग कर दी, जिससे 46 साल का जयप्रकाश उर्फ गामा पाल घायल हो गया। इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
फायरिंग के बाद ईंट-पत्थर चले, 6 महिलाएं बुरी तरह घायल
फायरिंग के बाद ईंट पत्थर और लाठी डंडे भी चलने लगे, जिसमें तीन महिलाओं सहित आधा दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। हत्याकांड में कुल 8 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की एक दर्जन से ज्यादा टीमें लगाई गई हैं। देर रात डीआईजी सुभाष चंद्र दुबे ने भी वारदात वाली जगह पर पहुंच जायजा लिया।
मृतक के भाई ने पुलिस पर बड़ा ही गंभीर आरोप लगाया
मृतक के भाई ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उसका कहना है कि जब आरोपी धीरेंद्र प्रताप और उसके समर्थक पत्थरबाजी और फायरिंग कर रहे थे तो पुलिस उनको बचाने की कोशिश कर रही थी। वारदात के बाद पुलिस ने आरोपी को पकड़ लिया था लेकिन बाद में उसे भीड़ से बाहर ले जाकर छोड़ दिया। ताजा जानकारी के मुताबिक इस मामले में सरकार ने एसडीएम और सीओ को सस्पेंड कर दिया है।
मायावती ने ट्वीट कर कहा, कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है
घटना पर मायावती ने ट्वीट किया, यूपी में बलिया की हुई घटना अति-चिन्ताजनक तथा अभी भी महिलाओं व बच्चियों पर आए दिन हो रहे उत्पीड़न आदि से यह स्पष्ट हो जाता है कि यहां कानून-व्यवस्था काफी दम तोड़ चुकी है। सरकार इस ओर ध्यान दे तो यह बेहतर होगा। बीएसपी की यह सलाह।