चमगादड़ की बीट से खाद, गांजे की खेती में 2 की मौत

Published : Dec 18, 2024, 06:26 PM IST
चमगादड़ की बीट से खाद, गांजे की खेती में 2 की मौत

सार

नाइट्रोजन और फास्फोरस से भरपूर चमगादड़ की बीट को अक्सर गांजे की खेती में खाद के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन अगर इसे सावधानी से नहीं संभाला गया, तो यह संक्रमण का कारण बन सकता है। 

मेरिका के न्यूयॉर्क के रोचेस्टर में दो लोगों की मौत हो गई, जिन्होंने अपने घर के आँगन में उगाए गए गांजे के लिए चमगादड़ की बीट को खाद के रूप में इस्तेमाल किया था। अमेरिका के 24 राज्यों में घर पर गांजे की खेती की अनुमति है। चमगादड़ की बीट को गांजे की खेती के लिए खाद के रूप में इस्तेमाल करना हाल ही में शुरू हुआ है। लेकिन अध्ययनों से पता चलता है कि यह इंसानों के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है। ओपन फोरम इन्फेक्शियस डिजीज जर्नल में रोचेस्टर के दो लोगों की मौत का कारण चमगादड़ की बीट को खाद के रूप में इस्तेमाल करने को बताया गया है।

घर पर कानूनी तौर पर उगाए जा रहे गांजे में खाद के रूप में मिलाने के लिए दोनों ने नाइट्रोजन और फास्फोरस से भरपूर चमगादड़ की बीट इकट्ठा की थी। मृतकों में से 59 वर्षीय व्यक्ति ने ऑनलाइन चमगादड़ खरीदे और उन्हें पालने के बाद उनकी बीट इकट्ठा की। रिपोर्ट में कहा गया है कि 64 वर्षीय दूसरे व्यक्ति ने अपने घर की रसोई में नियमित रूप से चमगादड़ की बीट इकट्ठा की। पक्षियों और चमगादड़ की बीट में पाया जाने वाला हिस्टोप्लास्मा कैप्सूलैटम नामक फंगस अगर इंसान साँस के जरिए अंदर ले ले तो संक्रमण होने की संभावना बहुत زیاد होती है।

चमगादड़ की बीट इकट्ठा करते समय दोनों ने फंगस के बीजाणुओं को साँस के जरिए अंदर ले लिया, जिससे उन्हें हिस्टोप्लास्मोसिस नामक गंभीर फेफड़ों की बीमारी हो गई। इस बीमारी के लक्षण बुखार, लगातार खांसी, वजन कम होना और सांस लेने में तकलीफ हैं। दोनों का इलाज किया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले ओहायो और मिसिसिपी नदी घाटियों में इस तरह के संक्रमण की सूचना मिलती थी, लेकिन अब देश भर में ऐसे मामले सामने आ रहे हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि जब चमगादड़ की बीट को खाद के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, तो उत्पाद के साथ उसके इस्तेमाल के बारे में चेतावनी भी दी जानी चाहिए। 

PREV

Recommended Stories

राजकोट में दर्दनाक हादसाः गौशाला में जहरीला चारा खाने से 70 से ज्यादा गायों की मौत
केरल में NDA की शानदार जीत से गदगद हुए पीएम मोदी, बोले- थैंक्यू तिरुवनंतपुरम