जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद से सुरक्षा की दृष्टी से मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं। लेकिन धीरे-धीरे हालात सामान्य होता देख ढील दी जा रही है। इसी के मद्देनजर प्रशासन ने पोस्टपेड मोबाइल सेवाएं बहाल करने का फैसला किया है।
श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद से सुरक्षा की दृष्टी से मोबाइल और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई थीं। लेकिन धीरे-धीरे हालात सामान्य होता देख ढील दी जा रही है। इसी के मद्देनजर प्रशासन ने पोस्टपेड मोबाइल सेवाएं बहाल करने का फैसला किया है। मोबाइल सेवाओं पर अगस्त महीने से लगी पाबंदी सोमवार दोपहर 12 बजे के बाद से हटा ली जाएगी। मुख्य सचिव रोहित कंसल ने इस बात की जानकारी दी है। साथ ही उन्होंने कहा कि लश्कर-ए-तैयबा जैसे प्रतिबंधित संगठन घाटी में आतंक फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
66 लाख मोबाइल धारक हैं
सरकार ने पिछले महीने टेलीफोन के सभी एक्सचेंज चालू कर दिए थे और लैंडलाइन सेवाओं को भी बहाल कर दिया था। इसके अलावा सितंबर महीने में कुपवाड़ा जिले में मोबाइल सेवा को भी बहाल कर दिया गया था। साथ ही आवश्यक सेवाओं और अन्य कार्यालयों से संबंधित अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी बहाल किए गए। वहीं सभी स्वास्थ्य संस्थान भी पूरी तरह से काम कर रहे हैं। बता दें कि कश्मीर घाटी में करीब 66 लाख मोबाइल धारक है, जिनमें से करीब 40 लाख लोग पोस्टपेड मोबाइल यूजर हैं।
90 फीसदी हिस्सों में से हटी पाबंदी
जम्मू कश्मीर के प्रधान सचिव रोहित कंसल का दावा है कि घाटी के 90 फीसदी हिस्सों से दिन की पाबंदियां हटा ली गई हैं। न तो घरों
से बाहर निकलने पर रोक है, न ही दुकानें खोलने पर। मोबाइल फोन और इंटरनेट सेवा की बहाली को लेकर सरकार हालात पर नजर
बनाए हुए है। धीरे-धीरे ये पांबिदयां भी खत्म की जा रही हैं।