बीजेपी को बड़ा झटका, 22 साल से साथ रहे शिरोमणि अकाली दल ने छोड़ा दामन; कृषि बिल से है नाखुश

कृषि बिलों की वजह से एनडीए में फूट पड़ गई है। शिरोमणि अकाली दल एनडीए से अलग हो गया है। 9 दिन पहले हरसिमरत कौर ने मोदी सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। अकाली दल ने लोकसभा और राज्यसभा में इस बिल का विरोध किया था।

Asianet News Hindi | Published : Sep 26, 2020 5:23 PM IST / Updated: Sep 26 2020, 10:56 PM IST

नई दिल्ली. कृषि बिलों की वजह से एनडीए में फूट पड़ गई है। शिरोमणि अकाली दल एनडीए से अलग हो गया है। 9 दिन पहले हरसिमरत कौर ने मोदी सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। अकाली दल ने लोकसभा और राज्यसभा में इस बिल का विरोध किया था। भाजपा और अकाली दल पिछले 22 साल से साथ थे। पार्टी में फूट से जूझ रहे अकाली दल के लिए मोदी सरकार के कृषि विधेयक गले की फांस बन गए थे, क्योंकि अगर पार्टी इनके लिए हामी भरती तो पंजाब के बड़े वोट बैंक यानी किसानों से उसे हाथ धोना पड़ता।

पंजाब के कृषि प्रधान क्षेत्र मालवा में अकाली दल की पकड़ है। अकाली दल को 2022 के विधानसभा चुनाव दिखाई दे रहे हैं। इस्तीफा देना मजबूरी भी बन गई थी। क्योंकि, चुनावों में अब लगभग डेढ़ साल ही बचा है। ऐसे में शिअद किसानों के एक बड़े वोट बैंक को अपने खिलाफ नहीं करना चाहती है।

इन 3 विधेयकों का विरोध हो रहा
फार्मर्स प्रोड्यूस ट्रेड एंड कॉमर्स (प्रमोशन एंड फेसिलिटेशन) बिल, फार्मर्स (एम्पावरमेंट एंड प्रोटेक्शन) एग्रीमेंट ऑफ प्राइस एश्योरेंस एंड फार्म सर्विसेज बिल, एसेंशियल कमोडिटीज (अमेंडमेंट) बिल। जिसको लेकर सदन में भी काफी हो हल्ला मचा था। लेकिन बीजेपी ने बहुमत से इसे पास करा लिया था।
 

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