
Bihar Assembly Election 2025: बिहार चुनाव 2025 का राजनीतिक माहौल अब पूरी तरह गर्म हो गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लालू प्रसाद यादव के गढ़ सारण से एनडीए का चुनावी बिगुल फूंका। उन्होंने यहां तरैया विधानसभा के जनक सिंह और अमनौर क्षेत्र के उम्मीदवार कृष्ण कुमार मंटू के समर्थन में बड़ी रैली की। रैली में शाह ने साफ कहा कि पिछले 20 सालों के “जंगल राज” को खत्म करने का श्रेय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जाता है।
अमित शाह ने जोर देकर कहा कि सारण जैसे महत्वपूर्ण इलाके से प्रचार शुरू करना इसलिए जरूरी है क्योंकि यहां से एनडीए को जीत की शुरुआत दिखाई देती है। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे लालू-राबड़ी के शासन की याद करें और उसके खिलाफ जागरूक हों। अमित शाह ने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 11 साल में बिहार के विकास के लिए महत्वपूर्ण काम किया है और ये साल बिहार के गरीबों के लिए वरदान साबित हुए हैं।
NDA की चुनावी रणनीति में यह भी स्पष्ट किया गया कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बिहार चुनाव 2025 लड़ा जाएगा। शाह ने कहा कि एनडीए पिछले 20 सालों में अब तक सबसे बड़े बहुमत के साथ सरकार बनाने का प्रयास कर रहा है। राज्य के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के बारे में उन्होंने साफ कहा कि गठबंधन सहयोगी चुनाव के बाद अपने-अपने दल के नेताओं से निर्णय लेंगे।
बिहार विधानसभा के 243 सदस्यीय चुनाव के लिए मतदान दो चरणों में होगा-पहला चरण 6 नवंबर और दूसरा चरण 11 नवंबर, जबकि मतगणना 14 नवंबर को होगी। अमित शाह ने रैली में कहा कि एनडीए का मकसद बिहार में स्थायी और मजबूत सरकार बनाना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि युवा वोटर्स और ग्रामीण क्षेत्रों में एनडीए की अपील मजबूत हो रही है। शाह ने कहा, “जब आप सारण से प्रचार शुरू करते हैं, तो हमें सिर्फ़ जीत ही दिखाई देती है। बिहार के युवाओं को जंगलराज की याद दिलाने और उसके खिलाफ लड़ने का संकल्प लेने के लिए छपरा, सारण से बेहतर कोई जगह नहीं है।” उन्होंने यह भी बताया कि नीतीश कुमार ने बिहार को जंगलराज से मुक्त कराया और अब राज्य का विकास जारी है।
राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि सारण से अभियान की शुरुआत करना रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह लालू यादव का गढ़ माना जाता है। यहां से चुनाव अभियान शुरू करके एनडीए यह संदेश देना चाहता है कि पुराने शासन की गलतियों को जनता नहीं भूली है। शाह ने यह भी स्पष्ट किया कि एनडीए के सहयोगी दल जेडीयू, बीजेपी और अन्य पार्टियों के नेता चुनाव के बाद तय करेंगे कि अगली सरकार का नेतृत्व कौन करेगा। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि गठबंधन सहयोगी अपने-अपने दल के निर्णय के अनुसार अगले मुख्यमंत्री का चुनाव करेंगे।
इस रैली के दौरान अमित शाह ने युवाओं और स्थानीय लोगों से सीधे संवाद किया और यह भरोसा दिलाया कि एनडीए राज्य के हर हिस्से में विकास और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। सारण से शुरू हुई यह रैली एनडीए के चुनाव अभियान को नई ऊर्जा और जोश दे रही है। बिहार चुनाव 2025 अब राज्य में राजनीतिक हलचल का केंद्र बन गया है। एनडीए की रणनीति और नीतीश कुमार की लोकप्रियता राज्य में चुनावी माहौल को और उत्साहित कर रही है।