हर हाल में बिहार जीतना चाहती है भाजपा, शीर्ष नेतृत्व ने 'दिल्ली की गलती' दोहराने से किया मना

दिल्ली चुनाव में हार का सामना करने के बाद बिहार चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का मानना है कि पार्टी नेताओं को विवादित बयान देने से बचना चाहिए। पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को इस तरह के बयान देने के प्रति आगाह किया है। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
 

Asianet News Hindi | Published : Feb 16, 2020 2:16 PM IST

नई दिल्ली. दिल्ली चुनाव में हार का सामना करने के बाद बिहार चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा के शीर्ष नेतृत्व का मानना है कि पार्टी नेताओं को विवादित बयान देने से बचना चाहिए। पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को इस तरह के बयान देने के प्रति आगाह किया है। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

नड्डा ने बिहार से सांसद सिंह को शनिवार को तलब किया था और उन्हें ऐसे बयान देने के प्रति चेतावनी दी थी। इससे पहले सिंह देवबंद (मदरसे) को ''आतंकवाद की गंगोत्री'' बताकर विवादों में आए थे।

शाह ने विवादित बयानों को मानी हार की वजह
केंद्रीय गृह मंत्री और दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रचार का चेहरा रहे अमित शाह ने कुछ नेताओं की ओर से दिए गए विवादित बयानों को पार्टी की हार का एक कारण बताया था।

हर हाल में बिहार जीतना चाहती है भाजपा
शाह ने कहा था कि दिल्ली में चुनाव प्रचार के दौरान 'भारत-पाक मैच' जैसे बयान नहीं दिए जाने चाहिए थे और पार्टी की हार के लिए ऐसे बयान जिम्मेदार रहे हो सकते हैं। भाजपा के सूत्रों ने बताया कि अब पार्टी की नज़रें बिहार विधानसभा चुनाव पर हैं, जहां उसका जद (यू) के साथ गठबंधन है और पार्टी राज्य में जीत सुनिश्चित करना चाहती है।

अक्टूबर में होने हैं चुनाव
सूत्रों ने बताया कि पार्टी नहीं चाहती है कि उसके नेता भड़काऊ बयान दें जिससे पार्टी का नाम खराब हो। उन्होंने कहा कि ऐसी टिप्पणियां जनता दल (यूनाइटेड) को पसंद नहीं आ सकती हैं जो कभी भी अपनी धर्मनिरपेक्षता दिखाने से नहीं हिचकिचाती है। बिहार में इस साल अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जहां नीतीश कुमार के नेतृत्व में जद (यू) -भाजपा की सरकार है।

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