
नई दिल्ली। वंदे मातरम् के 150 साल पूरे होने पर सोमवार 8 दिसंबर को लोकसभा में इस पर चर्चा चल रही है। इस दौरान हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर से बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा- जब वंदे मातरम् का शताब्दी वर्ष था, तब देश में इमरजेंसी लगाकर देश को अंधकार में डालने का काम किया गया। तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश के संविधान को तार-तार करने का काम किया था। उस समय तो चर्चा भी नहीं हो पाई थी। उन्होंने आगे कहा, जिन्ना को भी वंदे मातरम् से दिक्कत थी और जिन्ना के 'मुन्ना' को भी वंदे मातरम् से दिक्कत है।
वंदे मातरम् हम राष्ट्रभक्तों के लिए एनर्जी है और कुछ लोगों को इससे एलर्जी है। अब एलर्जी वालों को तो हम कुछ कर नहीं सकते, लेकिन 150वीं जयंती पर मैं इतना जरूर कहूंगा कि अंग्रेजों को तो वंदे मातरम से दिक्कत थी, जिन्ना को वंदे भारत से दिक्कत थी, जिन्ना के मुन्ना को भी वंदे मातरम से दिक्कत है। अनुराग ठाकुर ने कहा, कांग्रेस का समर्थन इंडियन मुस्लिम लीग (IML) कर रही है और उसके समर्थन के बिना राहुल जी और प्रियंका जी शायद चुनकर भी नहीं आ पाते, इसलिए समर्थन लेने की जरूरत पड़ रही है।
वंदे मातरम् आज भी ऊर्जा का संचार करता है, फिर भी जिन लोगों के दिमाग के दरवाजे बंद हैं, अपनी बुद्धि-विवेक पर जिन्होंने कट्टरपंथ का ताला लगा रखा है, उनके लिए मैं उन्हीं की भाषा में कुछ कहना चाहता हूं। एक बहुत बड़े इस्लामिक स्कॉलर हुए रियाज-उल-करीम, उन्होंने एक लेख लिखा था इस्लाम और वंदे मातरम। उन्होंने लिखा कि जानबूझकर मुसलमानों को वंदे मातरम का विरोधी दिखाया गया, ताकि उन्हें स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन से हटाया जा सके। उन्होंने लिखा, वंदे मातरम वो गीत है, जो गूंगों को जुबान दे दे। इसका उद्घोष तो मुर्दों में भी जान फूंक दे। ठाकुर ने आगे कहा, जिनमें वंदे मातरम् सुनकर ऊर्जा का संचार नहीं होता वे या तो कांग्रेसी हैं, कम्युनिस्ट हैं या लीग के समर्थक हैं।