भारत सरकार ने विदेशों में क्यों भेजी 6.63 करोड़ वैक्सीन, भाजपा ने विपक्ष को दिया करारा जवाब

भारत कोरोना महामारी के दूसरी लहर से जूझ रहा है। ऐसे में विपक्ष लगातार वैक्सीन की कमी को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साध रहा है। कांग्रेस, आप समेत तमाम विपक्षी पार्टियों ने अन्य देशों को वैक्सीन भेजने को लेकर भी सरकार पर हमला बोल रही हैं। इन सब आरोपों के बीच भाजपा ने बुधवार को पलटवार किया। 

Asianet News Hindi | Published : May 12, 2021 9:50 AM IST

नई दिल्ली. भारत कोरोना महामारी के दूसरी लहर से जूझ रहा है। ऐसे में विपक्ष लगातार वैक्सीन की कमी को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साध रहा है। कांग्रेस, आप समेत तमाम विपक्षी पार्टियों ने अन्य देशों को वैक्सीन भेजने को लेकर भी सरकार पर हमला बोल रही हैं। इन सब आरोपों के बीच भाजपा ने बुधवार को पलटवार किया। 

भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने ट्वीट कहा, कांग्रेस वैक्सीन को लेकर लगातार भ्रम उत्पन्न करने की कोशिश कर रही है। कल तक करीब 6.63 करोड़ वैक्सीन भारत के बाहर भेजे गए थे। सवाल उठे कि देश से बाहर वैक्सीन क्यों भेजे गए? 

दो कैटेगरी में भेजे गए वैक्सीन
पात्रा ने बताया कि ये वैक्सीन दो कैटेगरी में भेजे गए हैं। पहले मदद के रूप में मात्र 1 करोड़ वैक्सीन भेजी गई हैं। बाकी 5 करोड़ से अधिक वैक्सीन लायबिलिटी के रूप में भेजी गई है। उन्होंने बताया कि भारत में वैक्सीन बनाने वाली 2 कंपनियों ने पहले से ही देश के बाहर से रॉ-मैटेरियल लिया था। इस वक्त करार हुआ था कि इससे जब वैक्सीन तैयार होगी तो उसमें से कुछ वैक्सीन उन देशों को भी दिया जाएगा। ये कमर्शियल लायबिलिटी है। 

आपकी सरकार होती तब भी भेजनी पड़ती वैक्सीन
पात्रा ने कहा, 11 मई 2021 तक लगभग 6.63 करोड़ वैक्सीन के डोज हिंदुस्तान के बाहर भेजे गए थे। इसमें मात्र 1 करोड़ 7 लाख वैक्सीन मदद के रूप में भेजा गया है। बाकी 84% वैक्सीन लायबिलिटी के रूप में भेजी गई है। चाहे किसी कि भी सरकार होती इसे भेजना ही पड़ता। 

उन्होंने बताया कि अपने देश के पड़ोसी 7 राष्ट्रों को हमने 78.5 लाख वैक्सीन की डोज मदद के रूप में दी है। बाकी 2 लाख डोज यूएन की पीस कीपिंग फोर्स में दी है। क्योंकि 6,000 से ज्यादा हमारे देश के जवान अलग-अलग देशों में पीस कीपिंग के लिए काम कर रहे हैं। 

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