
Boeing 787-8 Dreamliner Crash: एयर इंडिया फ्लाइट AI-171 (Air India Flight AI-171) के 12 जून को हुए भयावह हादसे में कम से कम 270 लोगों की मौत के बाद हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट 11 जुलाई तक आने की उम्मीद है। यह चार से पांच पन्नों की रिपोर्ट हादसे के शुरुआती कारणों, विमान और मौसम की परिस्थितियों, और अहमदाबाद एयरपोर्ट (Ahmedabad Airport) पर उस दिन की स्थिति की जानकारी देगी।
हादसे में शामिल विमान Boeing Dreamliner 787-8 था जिसने 12 जून को दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरी थी और महज 32 सेकंड बाद 1:39 बजे बीजे मेडिकल कॉलेज (BJ Medical College) परिसर में गिरकर क्रैश हो गया। इस हादसे में फ्लाइट में सवार 242 लोगों में से सिर्फ एक यात्री ब्रिटिश निवासी 40 वर्षीय विश्वाश कुमार रमेश जीवित बच गए थे। विमान के क्रैश होने के दौरान जमीन पर भी कम से कम 30 लोग जिनमें कई ट्रेनी डॉक्टर्स शामिल थे, मारे गए।
हादसे की जांच कर रहे सिविल एविएशन के जूनियर मंत्री मुरलीधर मोहोळ (Murlidhar Mohol) ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने जांच शुरू कर दी है। साजिश की संभावना सहित सभी एंगल से मामले की जांच हो रही है।
मंत्री ने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि दोनों इंजन एक साथ बंद हो गए। सीवीआर (Cockpit Voice Recorder) में पायलटों की बातचीत रिकॉर्ड है। रिपोर्ट आने के बाद ही तय होगा कि यह इंजन फेलियर था या फ्यूल सप्लाई की समस्या या कोई और वजह।
इंटरनेशनल सिविल एविएशन ऑर्गेनाइजेशन (ICAO) के दिशा-निर्देशों के तहत भारत को किसी भी विमान हादसे के 30 दिनों के भीतर प्रारंभिक रिपोर्ट जमा करनी होती है। इसी के तहत 11 जुलाई तक यह रिपोर्ट आने की उम्मीद है। रिपोर्ट में विमान के मलबे की स्थिति, प्रमुख जांच अधिकारी का नाम और अब तक जांच में हुई प्रगति का ब्योरा भी होगा। साथ ही यह रिपोर्ट बताएगी कि आगे क्या कदम उठाने होंगे और किन पहलुओं पर और जांच जरूरी है।
सरकारी सूत्रों के अनुसार, हादसे की पूरी जांच रिपोर्ट (Final Probe Report) सितंबर तक आने की उम्मीद है, यानी हादसे के तीन महीने के भीतर। इस हादसे के बाद विपक्षी दलों ने विमानन मंत्रालय और एयर इंडिया की सेफ्टी मेजरमेंट्स पर सवाल खड़े किए हैं।