
बेंगलुरु: बेंगलुरु के एचएएल पुलिस स्टेशन इलाके में एक दुखद घटना हुई है, जहाँ एक बी.टेक छात्र की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई। मौत का कारण कमरे में खटमल (Bed Bug) मारने के लिए छिड़की गई दवा की जहरीली गंध सूंघना बताया जा रहा है। तिरुपति के रहने वाले इस छात्र की मौत ने पीजी (Paying Guest) मैनेजमेंट की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मृतक छात्र की पहचान तिरुपति के रहने वाले पवन के रूप में हुई है। वह बेंगलुरु में बी.टेक की पढ़ाई कर रहा था और एचएएल पुलिस स्टेशन इलाके के एक पीजी में रहता था। घटना कुछ इस तरह हुई: पीजी मैनेजमेंट ने एक कमरे में खटमल मारने के लिए दवा का छिड़काव किया था। लेकिन, इस बारे में वहां रहने वाले छात्रों को कोई सही जानकारी नहीं दी गई, जिस वजह से पवन उस कमरे में चला गया।
कमरे में फैली खटमल की दवा की जहरीली गंध सूंघने की वजह से पवन की तबीयत बिगड़ गई और वह बेहोश होकर गिर गया। जैसे ही लोगों को पता चला, उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। यह घटना पीजी मैनेजमेंट की गंभीर लापरवाही को दिखाती है।
पवन के शव को पोस्टमार्टम के लिए बोरिंग अस्पताल भेजा गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की असली वजह का पता चल पाएगा। इस मामले में एचएएल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की है और यूडीआर (Unnatural Death Report) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
खटमल की दवा का छिड़काव करते समय सुरक्षा नियमों का पालन करना बहुत ज़रूरी होता है, जैसे कमरों को सील करना, गंध पूरी तरह खत्म होने तक किसी को अंदर न जाने देना और रहने वालों को पहले से जानकारी देना। लेकिन, इनमें से किसी भी नियम का पालन नहीं किया गया, जिसकी वजह से एक बेकसूर छात्र की जान चली गई। यह घटना दिखाती है कि पीजी मालिक और कर्मचारी ऐसी जहरीली चीजों के इस्तेमाल को लेकर कितने लापरवाह हो सकते हैं। पुलिस इस बात की जांच करेगी कि क्या मौत पीजी मैनेजमेंट की लापरवाही की वजह से हुई है।