कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी से कानून के विरोध की एक अनोखी तस्वीर सामने आई है। दीक्षांत समारोह के दौरान एक गोल्ड मेडलिस्ट छात्रा ने कानून का विरोध करते हुए मंच पर आकर सबके सामने कानून की कॉपी को फाड़ दिया।
कोलकाता. केंद्र सरकार द्वारा लागू नागरिकता संशोधन कानून लागू किए जाने के बाद से देशभर में विरोधों का दौर जारी है। पिछले दिनों उत्तर प्रदेश, दिल्ली और गुजरात समेत कई अन्य राज्यों में हिंसा की घटनाएं सामने आईं। लोग सीएए के विरोध के लिए अलग-अलग अंदाज़ में अपनी नाराजगी जाहिर की है। कई विश्वविद्यालयों के छात्र सड़कों पर मार्च निकाल कर इस कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच कोलकाता की जादवपुर यूनिवर्सिटी से कानून के विरोध की एक अनोखी तस्वीर सामने आई है। दीक्षांत समारोह के दौरान एक गोल्ड मेडलिस्ट छात्रा ने कानून का विरोध करते हुए मंच पर आकर सबके सामने कानून की कॉपी को फाड़ दिया।
कानून फाड़कर लगाया इंकलाब जिंदाबाद का नारा
सीएए का विरोध कर रही छात्रा ने मंच पर कानून फाड़कर इंकलाब ज़िंदाबाद का नारा भी लगाया। छात्रा का कानून फाड़ते हुए ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक दीक्षांत समारोह के दौरान देबोस्मिता चौधरी नाम की छात्रा मंच पर पहुंची और अपनी एमए की डिग्री और मेडल लेने के बाद मंच पर ही नागरिकता संशोधन कानून की प्रति फाड़कर अपना विरोध दर्ज कराया। छात्रा ने नागरिकता संशोधन कानून की प्रति फाड़ते हुए कहा, ‘हम कागज नहीं दिखाएंगे, इंकलाब जिंदाबाद।’ छात्रा ने जब ये सब किया तो उस दौरान मंच पर कुलपति, उपकुलपति और रजिस्ट्रार मौजूद थे।
लोग पूछ रहें डिग्री क्यों फाड़ी
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद तमाम प्रतिक्रियाएं सामने आ रहीं हैं। कुछ लोगों ने छात्रा का समर्थन किया है वहीं कुछ यूजर्स ने उन्हें ट्रोल भी किया है। एक यूजर ने इस वीडियो पर लिखा “उसने अपनी डिग्री क्यों नहीं फाड़ी, क्योंकि शिक्षा का कोई मतलब नहीं है। पश्चिम बंगाल और केरल के मुख्यमंत्रियों ने अपने-अपने राज्यों में नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर लागू नहीं करने की बात कही है। इस पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि मैं दोनों मुख्यमंत्रियों से अपील करता हूं कि वह ऐसे कदम ना उठाएं और अपने फैसले पर फिर से विचार करें।