CAA विरोधः यूपी में अब तक 18 की मौत, उपद्रवियों पर रासुका लगाने की तैयारी, 21 जिलों में इंटरनेट बंद

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है। वहीं उत्तर प्रदेश में घायल पुलिसकर्मियों का आंकड़ा 263 पहुंच चुका है। 21 जिलों में सोमवार तक इंटरनेट सेवा बंद रखने का फैसला किया गया है।

Asianet News Hindi | Published : Dec 22, 2019 3:54 AM IST

लखनऊ. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है। इस कानून के विरोध का उत्तर प्रदेश में इस कानून को लेकर हिंसात्मक प्रदर्शन देखने को मिला। हिंसक विरोध प्रदर्शन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है। वहीं उत्तर प्रदेश में घायल पुलिसकर्मियों का आंकड़ा 263 पहुंच चुका है। इसमें 57 पुलिसकर्मी प्रदर्शन के दौरान गोली लगने से घायल हुए हैं।

21 जिलों में बंद रहेगा इंटरनेट 

यूपी के 21 जिलों में सोमवार तक इंटरनेट सेवा बंद रखने का फैसला किया गया है। यूपी में फैली हिंसा में अब तक 263 पुलिसकर्मी जख्मी हैं। 57 पुलिसकर्मियों को भी गोली लगी है जो प्रदर्शनकारियों की ओर से चलाई गई है। अभी तक की कार्रवाई में 405 रिवॉल्वर और कट्टे बरामद किए गए हैं।

705 लोग भेजे गए जेल 

पुलिस विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़े के मुताबिक शनिवार रात तक 5400 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया है। अलग-अलग जुर्म में 705 लोगों को जेल भेजा गया है। पुलिस के अनुसार प्रदर्शनकारियों ने 1000 राउंड से ज्यादा फायरिंग की है। ये फायरिंग 315 बोर और 32 बौर के पिस्तौल से की गई हैं। पुलिस ने अभी तक 405 खाली कारतूस बरामद किए गए हैं। इन्हें प्रदर्शनकारियों ने विरोध के दौरान फायर किया था। 18 मृतकों का पोस्टमार्टम कराया जा चुका है। इसमें पता चला है कि मौत के पीछे देसी पिस्तौल से चली गोलियां असल वजह हैं। 

योगी ने बनाई 4 लोगों की टीम

लखनऊ में हुए हिंसा की घटनाओं के बाद प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया था कि हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई उपद्रवियों द्वारा की जाएगी। जिसके बाद अब उस पर अमल शुरू हो गया है। जिसमें मुख्यमंत्री ने 4 लोगों की एक टीम बनाई है जो दंगाइयों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई शुरू करेगी। यह टीम सरकारी संपत्ति के नुकसान का जायजा लेगी और अगले कदम पर कार्रवाई शुरू करेगी।

प्रदेश के अधिकांश जिलों में हुई थी हिंसा

उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिले हिंसा की चपेट में आए हैं। जिसके कारण प्रदेश एक बार फिर अशांति की चपेट में है। वहीं, सुरक्षा के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती का जा चुकी है। इसके साथ ही हिंसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी तेज हो गई है। जिसमें पुलिस ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां कर रही है। वहीं, पुलिस ने उपद्रव करने वालों की तस्वीरें जारी कर दी गई हैं और उनकी तलाश की जा रही है। 

हिंसा करने वालों पर लगेगी रासुका

उत्तर प्रदेश में पिछले तीन दिनों से हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई तेज कर दी है। खबर है कि पुलिस हिंसा करने वालों के खिलाफ रासुका लगाने की तैयारी है। वहीं, पुलिस ने 13 हजार सोशल अकाउंट की पहचान की गई है। जिनके खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी है। 

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