'Cafe Coffee Day' के मालिक वीजी सिद्धार्थ का मिला शव, पूर्व विदेश मंत्री एसएम कृष्णा के थे दामाद

Published : Jul 31, 2019, 08:23 AM ISTUpdated : Jul 31, 2019, 08:48 AM IST
'Cafe Coffee Day' के मालिक वीजी सिद्धार्थ का मिला शव, पूर्व विदेश मंत्री एसएम कृष्णा के थे दामाद

सार

पूर्व विदेश मंत्री एसएम कृष्णा के दामाद और कैफे कॉफी डे के मालिक वीजी सिद्धार्थ की लाश बरामद कर ली गई है। सिद्धार्थ सोमवार को लापता हुए थे। लगभग 200 लोगों का दल नेत्रावती नदी में उनकी तलाश कर रहा था। पुलिसकर्मी, तटरक्षक बल, गोताखोर और मछुआरे उनकी खोज में लगे हुए थे। इससे पहले पुलिस ने घटना के बाद उनके कूदने की आशंका जताई थी। पुलिस का कहना है, एक शव बरामद किया गया है, जो कैफे कॉफी डे के मालिक वीजी सिद्धार्थ का है। 

बेंगलुरु. पूर्व विदेश मंत्री एसएम कृष्णा के दामाद और कैफे कॉफी डे के मालिक वीजी सिद्धार्थ की लाश बरामद कर ली गई है। सिद्धार्थ सोमवार को लापता हुए थे। लगभग 200 लोगों का दल नेत्रावती नदी में उनकी तलाश कर रहा था। पुलिसकर्मी, तटरक्षक बल, गोताखोर और मछुआरे उनकी खोज में लगे हुए थे। इससे पहले पुलिस ने घटना के बाद उनके कूदने की आशंका जताई थी। पुलिस का कहना है, एक शव बरामद किया गया है, जो कैफे कॉफी डे के मालिक वीजी सिद्धार्थ का है। 

 

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इससे पहले पूर्व विदेश मंत्री और बीजेपी नेता एसएम कृष्णा के दामाद तथा कैफे कॉफी डे के मालिक सिद्धार्थ लापता हो गए हैं। 29 जुलाई, सोमवार को वो मंगलुरु के लिए निकले थे। तभी रास्ते में गाड़ी से नीचे उतरकर शाम 6:30 बजे इधर- उधर घूमने लगे। जिसके बाद से उनकी कोई जानकारी नहीं मिली। सिद्धार्थ ने सीएफओ से बात की थी। दरअसल, कैफे कॉफी डे पर 7 हजार करोड़ का लोन है। वहीं पुलिस को अंदेशा है कि सिद्धार्थ ने सुसाइड कर लिया है।  बोर्ड ऑफ डॉयरेक्टर्स को एक लेटर में लिखकर सिद्धार्थ ने कहा था कि एक बिजनेसमैन के तौर पर वो नाकाम रहे हैं। 

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पुलिस ने जताई थी हत्या की आशंका

पुलिस के मुताबिक, सिद्धार्थ बेंगलुरु से सकलेशपुर के लिए निकले थे। लेकिन रास्ते में अपने ड्राइवर से गाड़ी मंगलुरु की तरफ ले जाने को कहा। जहां नेत्रावती नदी के पुल पर पहुंचकर सिद्धार्थ कार से उतरे और ड्राइवर को वापस लौट जाने को कह दिया था। बोर्

बोर्ड डायरेक्टर को लिखा था लेटर

इससे पहले बोर्ड ऑफ डॉयरेक्टर्स को एक लेटर में लिखकर सिद्धार्थ ने कहा था कि एक बिजनेसमैन के तौर पर वो नाकाम रहे हैं। 

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