अजित पवार ने 2 महीने में दूसरी बार डिप्टी सीएम पद की शपथ ली; आदित्य ठाकरे पहली बार बने मंत्री

महाराष्ट्र में ठाकरे सरकार का आज कैबिनेट का विस्तार हो रहा है। सबसे पहले एनसीपी के नेता और शरद पवार के भतीजे अजीत पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। वे दो महीने में दूसरी बार डिप्टी सीएम बने हैं।

Asianet News Hindi | Published : Dec 30, 2019 4:44 AM IST / Updated: Dec 30 2019, 02:42 PM IST

मुंबई. महाराष्ट्र में ठाकरे सरकार का आज कैबिनेट का विस्तार हुआ। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के 36 विधायकों को मंत्रीपद की शपथ दिलाई गई। इनमें 25 कैबिनेट मंत्री बने हैं। सबसे पहले एनसीपी के नेता और शरद पवार के भतीजे अजीत पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। वे दो महीने में दूसरी बार डिप्टी सीएम बने हैं। इससे पहले उन्होंने भाजपा के देवेंद्र फडणवीस के साथ डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी। हालांकि, 80 घंटे बाद ही उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। उधर, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने मंत्री पद की शपथ ली। 

इन विधायकों ने भी ली कैबिनेट मंत्री पद की शपथ

1- पृथ्वीराज चव्हाण (कांग्रेस)  (कैबिनेट)- पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके हैं।
2- दिलीप वलसे    (एनसीपी)  (कैबिनेट)- अजित पवार की वापसी में अहम भूमिका निभाई। 
3- धनंजय मुंडे     (एनसीपी)    (कैबिनेट)  भाजपा की कद्दावर पंकजा मुंडे को हराया। उनके चचेरे भाई हैं।
4- विजय वडेट्टीवार (कांग्रेस) (कैबिनेट) - विदर्भ के बड़े चेहरे, शिवसेना से भाजपा में शामिल हुए। पिछली सरकार में विपक्ष के नेता थे।
5- अनिल देशमुख (एनसीपी)-   कांग्रेस एनसीपी की सरकार में भी मंत्री रहे। शरद पवार के भरोसेमंद हैं। नागपुर के कटोल से विधायक। पांचवीं बार विधायक बने हैं।
6- हसन मुश्रीफ (एनसीपी), शरद पवार के करीबी, कागल से पांच बार विधायक; एनसीपी सरकार में मंत्री भी रहे।
7- वर्षा गायकवाड़ (कांग्रेस)- मुंबई की धाराबाही से चार बार से विधायक। दलित नेता एकनाथ गायकवाड़ की बेटी हैं।
8- राजेंद्र शिंगणे- अजित पवार के करीबी। पिछली एनसीपी कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे। पांचवीं बार विधायक बने हैं।
9- नवाब मलिक (एनसीपी नेता)- शरद पवार के करीबी हैं। एनसीपी के वरिष्ठ नेता हैं। 
10- सुनील केदार (कांग्रेस)
11- राजेश टोपे (एनसीपी)
12- संजय राठौड़ (शिवसेना) शिवसेना के बड़े चेहरा हैं। चार बार विधायक रहे हैं। भाजपा शिवसेना सरकार में भी मंत्री थे।
13- गुलाबराव पाटिल (शिवसेना) चार बार विधायक। जलगांव ग्रामीण से चार बार विधायक।
14- अमित देशमुख (कांग्रेस) लातूर से तीसरी बार विधायक हैं। पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख के बेटे हैं।
15- दादा भूसे (शिवसेना) मालेगांव से चार बार विधायक। पिछली सरकार में भी मंत्री थे।
16- जीतेंद्र अव्हाण (एनसीपी) शरद पवार के करीबी। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं। पहले भी मंत्री रहे हैं। 
17- संदीपन भुमरे  (शिवसेना)
18- यशोमति ठाकुर (कांग्रेस) - पिता कांग्रेस के बड़े नेता रहे हैं। तिवसा से विधाक हैं। विदर्भ की नेता हैं। कांग्रेस कमेटी की सचिव हैं। मेघालय और कर्नाटक में चुनाव प्रभारी भी रही हैं।
19- बालासाहेब पाटिल (एनसीपी)
20- उदय सावंत (शिवसेना)  
21- केसी पाडवी (कांग्रेस)  सात बार के विधायक हैं। विधानसभा में कांग्रेस के उपनेता रहे हैं। अक्कलकुआ से विधायक हैं।
22- अनिल परब (शिवसेना)
23- शंकर राव (निर्दलीय) इन्हें शिवसेना कोटे से मंत्री बनाया गया है।
24- असलम शेख (कांग्रेस।
25- आदित्य ठाकरे (शिवसेना)

इन 10 विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई
1- अब्दुल सत्तार (शिवसेना)
2- सतेज पाटिल (कांग्रेस)
3- शंभुराज देसाई (शिवसेना)
4- बच्चू काडू (निर्दलीय) शिवसेना के कोटे से
5- विश्वजीत कदम (कांग्रेस)
6- दत्तात्रेय भरने (एनसीपी)
7- अदिती तत्कारे (एनसीपी)
8- संजय बंसोडे (एनसीपी)
9- प्रचक्त तंपुरे (एनसीपी)
10- राजेंद्र पाटिल (निर्दलीय) शिवसेना कोटे से।

महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की सरकार
महाराष्ट्र में नाटकीय घटनाक्रम के बाद शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की सरकार बनी थी। 28 नवंबर को शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। तब तीनों पार्टियों के 2-2 विधायकों ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। एकनाथ शिंदे (शिवसेना), सुभाष देसाई (शिवसेना), जयंत पाटिल (एनसीपी), छगन भुजबल (एनसीपी) और बालासाहेब थोराट (कांग्रेस), नितिन राउत (कांग्रेस) को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी।

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