बीजेपी सांसद ने कहा कि अडानी ग्रुप और पीएम नरेंद्र मोदी को बदनाम करने के लिए महुआ मोइत्रा ने हीरानंदानी ग्रुप से रिश्वत लेकर संसद में सवाल किया।
Cash For Question complaint: तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा पर लगे कैश-फॉर-क्वेश्चन के आरोपों की शिकायत को लोकसभा अध्यक्ष ने लोकसभा एथिक्स कमेटी के पास भेज दिया है। बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमसी सांसद पर सवाल पूछने के लिए रिश्वत लेने का गंभीर आरोप लगाया था। बीजेपी सांसद ने कहा कि अडानी ग्रुप और पीएम नरेंद्र मोदी को बदनाम करने के लिए महुआ मोइत्रा ने हीरानंदानी ग्रुप से रिश्वत लेकर संसद में सवाल किया था। निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को लिखित शिकायत भेजकर विशेषाधिकार हनन के तहत कार्रवाई करते हुए तत्काल निलंबित करने की मांग की गई थी।
क्या कहा निशिकांत दुबे ने?
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने बीते 15 अक्टूबर को तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ स्पीकर को लेटर लिखा है। निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया है कि सांसद महुआ मोइत्रा ने संसद में सवाल पूछने के एवज में बिजनेसमैन दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत ली थीं। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को लिखे लेटर में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि रिश्वत लेकर सवाल करना विशेषाधिकार का उल्लंघन है। सांसद महुआ मोइत्रा ने विशेषाधिकार का उल्लंघन किया है। उधर, महुआ मोइत्रा ने कहा कि वह किसी भी जांच का स्वागत करती हैं।
क्या सवाल पूछा था मोइत्रा ने?
दरअसल, बीते साल केंद्र सरकार ने दर्जनों चीनी एप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। इन ऐप्स पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद उनके यूजर्स के डेटा के लीक होने संबंधी आशंकाओं पर चिंता जताते हुए महुआ मोइत्रा ने सवाल किए थे। संसद में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने सवाल पूछा कि क्या सरकार ने वास्तव में 54 ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया है? और यदि हां, तो उनका विवरण क्या है? उन्होंने यह भी सवाल किया कि क्या भारतीय नागरिकों के ऐप और डेटा उनके विवरण के साथ अन्य देशों से भी लीक हो सकते हैं। उन्होंने यह भी सवाल किया कि जब डेटा संरक्षण अधिनियम विचाराधीन है तो क्या सभी संवेदनशील व्यक्तिगत डेटा के लिए डेटा लोकलाइजेशन आवश्यकताओं की आवश्यकता होगी।
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