CBSE की वजह से दिल्ली के स्कूलों में राशन वितरण और टीकाकरण होगा बंद, जानें वजह ...

Published : Nov 16, 2021, 02:34 PM IST
CBSE की वजह से दिल्ली के स्कूलों में राशन वितरण और टीकाकरण होगा बंद, जानें वजह ...

सार

सीबीएसई (Cbse) की 10वीं और 12वीं की टर्म-1 (Term-1) परीक्षाओं (Exams) के चलते दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने एक आदेश जारी किया है। इसके तहत परीक्षा के दौरान स्कूलों में राशन वितरण और वैक्सीनेशन जैसी गतिविधियां बंद करने को कहा गया है।

नई दिल्ली। सीबीएसई (CBSE)की 12th की टर्म-1 परीक्षाएं (Exam)मंगलवार से शुरू हो गईं। इस बीच दिल्ली के शिक्षा निदेशालय (Education Directorate)ने स्कूलों (School) को एक आदेश जारी कर कहा है कि परीक्षा के दौरान राशन वितरण और टीकाकरण (Vaccination) जैसी आयोजित नहीं करें। सीबीएसई 12वीं और 10वीं की परीक्षाएं 16 और 17 नवंबर से शुरू हो रही हैं। मेजर विषयों के लिए कक्षा 10 की परीक्षा 30 नवंबर और 12वीं की परीक्षा एक दिसंबर से शुरू होगी।

कक्षा 9 और 11 की मिड टर्म परीक्षाएं (Mid term exam)भी एक दिसंबर से होने वाली हैं। यह परीक्षाएं ऑफलाइन (offline) आयोजित की जाएंगी। सोमवार को जारी पत्र में कहा गया कि सभी परीक्षाओं के सुचारु और निर्बाध रूप से संचालन के लिए सरकारी, सरकार द्वारा सहायता प्राप्त और गैर सहायता प्राप्त स्कूलों के प्रमुखों को निर्देश दिया जाता है कि वे परीक्षा के दौरान राशन वितरण, टीकाकरण केंद्र या अन्य सार्वजनिक गतिविधियों को नहीं चलाएं। दरअसल, कई स्कूलों में राशन वितरण और वैक्सीनेशन जैसी गतिविधियां संचालित हो रही थीं। लेकिन इस आदेश के बाद ऐसी गतिविधियां स्कूलों में परीक्षाओं तक नहीं संचालित होंगी। स्कूल के प्रमुखों को मास्क (Mask), हैंड सैनिटाइजर (Hand sanitizer) उपलब्ध कराने और साफ सफाई रखने का भी निर्देश दिया गया है।

20 माह बाद बंगाल में 9वीं से 12वीं तक के स्कूल खुले
पश्चिम बंगाल ( West bengal) में लगभग 20 माह बाद नौवीं से 12वीं के छात्रों (Students) के लिए स्कूल (School) मंगलवार को फिर से खुल गए। आठवीं तक की क्लास (Class) अभी ऑनलाइन ही चलेंगी। दोबारा स्कूल खुलने से छात्र खुश हैं, लेकिन पैरेंट्स परेशान हैं। उन्हें स्कूलों की भीड़ में बच्चों के बीमार होने का डर है। हालांकि, स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन होगा। पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री (Education) ब्रत्य बसु ने कहा है कि धीरे-धीरे सभी विद्यार्थियों को वापस लाने के प्रयास जारी हैं। 
 

PREV

Recommended Stories

गोवा नाइटक्लब फायर ट्रेजेडी: 25 मौतें, CM ने बैठाई मजिस्ट्रेटी जांच-खुलेंगे कई चाैंकाने वाले राज
गोवा नाइटक्लब आग: 23 मौतें, 50 घायल-क्या यह सिर्फ हादसा था या जानबूझकर अनदेखी?