
Chhattisgarh Waqf Board: छतीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने होली के दिन मस्जिदों में होने वाली दोपहर के नमाज का वक्त बदलने का आदेश जारी किया है। इस आदेश में जोहर की नमाज दोपहर 1 से 2 बजे के बजाय 2 से 3 बजे के बीच अदा करने के लिए कहा गया है। वहीं, इस आदेश को लेकर कांग्रेस पार्टी ने आपत्ति जताते हुए कहा है कि यह मुस्लिम समाज पर थोपा गया फैसला है। कांग्रेस का कहना है कि अगर ऐसा कोई फैसला लेना था तो पहले समाज की बैठक बुलाकर इस बारे में राय मशविरा किया जाना चाहिए था।
छतीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने चेयरमैन सलीम राज ने इस फैसले का बचाव करते हुए कहा, "एक तरफ होली का पवित्र त्यौहार है, दूसरी तरफ रमजान का पाक महीना चल रहा है और फिर जुमे की नमाज का दिन है। ऐसे में कोई टकराव न हो, इसलिए हमने यह आदेश जारी किया है।"
सलीम राज ने चेतावनी दी कि यदि इस आदेश का पालन नहीं किया गया तो संबंधित मस्जिद के मुतवल्ली के खिलाफ दंगा भड़काने और अशांति फैलाने की कार्रवाई की जाएगी। छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार बनने के बाद सलीम राज वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष बने थे। पिछले साल नवंबर में उन्होंने मस्जिदों में होने वाली तकरीर को लेकर भी एक आदेश जारी किया था जिसमें कहा गया था कि जुमे की नमाज के बाद होने वाली तकरीर के दौरान जो भी बयान दिए जाएं, उन्हें पहले वक्फ बोर्ड से मंजूरी लेनी चाहिए।
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अब उनके ताजा आदेश पर कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया है कि सलीम राज संविधान के दायरे से बाहर जाकर काम कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, "ऐसा कई बार हुआ है जब रमजान के महीने में होली का त्यौहार पड़ा है। BJP के सलीम राज जैसे लोगों को छोड़ दिया जाए तो हर हिंदू और मुसलमान एक दूसरे के त्यौहार का सम्मान करते रहे हैं। कोई अप्रिय स्थिति कभी नहीं बनी। भाजपा के साथ संकट यह है कि ये पहले खुद विद्वेष की स्थितियां बनाती है और फिर उस पर राजनीति करती है।"