गुजरात के अहमदाबाद के सोला इलाके में एक पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू के मामले की पुष्टि हुई है। जिला प्रशासन ने बर्ड फ्लू के संक्रमण की पुष्टि के बाद एहतियात के तौर पर मांस, मटन और चिकन की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। मुर्गी फार्म में अंडे और अन्य खाद्य पदार्थों जैसी वस्तुओं को भी नष्ट करने का आदेश दिया गया है।
अहमदाबाद. गुजरात के अहमदाबाद के सोला इलाके में एक पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू के मामले की पुष्टि हुई है। जिला प्रशासन ने बर्ड फ्लू के संक्रमण की पुष्टि के बाद एहतियात के तौर पर मांस, मटन और चिकन की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। मुर्गी फार्म में अंडे और अन्य खाद्य पदार्थों जैसी वस्तुओं को भी नष्ट करने का आदेश दिया गया है।
जिला कलेक्टर ने कहा, मांस, मटन और मुर्गी की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। अंडे और खाद्य पदार्थों को नष्ट करने का भी आदेश दिया गया है। अहमदाबाद में 5 फरवरी को उस वक्त दहशत फैल गई थी, जब नरोलगाम इलाके में 200 कबूतर मृत पाए गए थे। हालांकि पशुपालन विभाग ने बाद में पुष्टि की कि यह बर्ड फ्लू नहीं था। गुजरात का पहला बर्ड फ्लू जनवरी की शुरुआत में जूनागढ़ जिले के बटवा में पाया गया था। बाद में सूरत, वडोदरा और वलसाड जिलों में कुछ मरे हुए कौवों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई।
पंजाब के होशियारपुर में भी मिला केस
पंजाब के होशियारपुर में पिछले दिनों आठ कौवे मृत पाए गए, जिसके बाद बर्ड फ्लू की चिंता बढ़ गई है।
15 फरवरी के आसपास तापी जिले के ऊंचाल शहर में एक पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू का पता चलने के बाद लगभग 17,000 मुर्गियों को मार दिया गया था। यह शहर महाराष्ट्र के नवापुर तालुका से सटा है, जिसने कुछ दिनों पहले H5N1 मामलों में तेजी देखी थी।