संविधान दिवस (Constitution Day) के मौके पर सीजेआई (CJI) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) बार एसोसिएशन के कार्यक्रम में पहुंचे। उन्होंने वकीलों को भारतीय संविधान को और मजबूत करने के लिए प्रेरित किया।
नई दिल्ली। देश के प्रधान न्यायाधीश (CJI) एनवी रमण (NV Ramana) ने न्यायपालिका को स्वार्थी और चुनिंदा हमलों से बचाने की अपील की। उन्होंने कहा - इसके लिए वकीलों को न्यायाधीशों (Justice) की मदद करनी होगी। इससे जनता में आपके प्रति विश्वास पैदा होगा। संविधान दिवस के मौके पर सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) बार एसोसिएशन (SCBA) द्वारा आयोजित समारोह में सीजेआई रमण ने कहा कि मैं सभी से कहना चाहता हूं कि आप न्यायाधीशों और न्यायपालिका की मदद करें। हम सभी एक ही बड़े परिवार का हिस्सा हैं। स्वार्थी और प्रेरित लोगों के हमलों से संस्था की रक्षा करें। सही के पक्ष में और गलत के खिलाफ खड़े होने से ना डरें।
आज का संविधान ज्यादा समृद्ध और जटिल
सीजेआई ने बहस और चर्चा के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि संविधान जब स्वीकार किया गया था उस वक्त से अभी तक अदालत के बाहर और भीतर हुई चर्चाओं के कारण अब यह बेहद समृद्ध और जटिल दस्तावेज है। उन्होंने कहा-निर्माताओं द्वारा रखी गई नींव पर बना आज का संविधान 1949 में स्वीकृत दस्तावेज के मुकाबले अब ज्यादा समृद्ध और जटिल है। यह अदालत के भीतर और बाहर हुई चर्चाओं का परिणाम है, जिनके कारण बहुत अच्छी और अद्भुत व्याख्याएं सामने आई हैं।
चर्चा ही हमारे संविधान की सबसे बड़ी खूबी
सीजेआई ने कहा कि भारतीय संविधान की सबसे महत्वपूर्ण खूबी यह है कि वह चर्चा की रूपरेखा मुहैया कराता है। अंतत: इन्हीं चर्चाओं और बहस के माध्यम से ही देश प्रगति करता है, आगे बढ़ता है और लोगों के कल्याण के उच्चतर स्तर को हासिल करता है। इस प्रक्रिया में सबसे प्रत्यक्ष और सामने दिखने वाले लोग इस देश के अधिवक्ता और न्यायाधीश हैं।
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