गलवान हिंसा के बाद चीन ने किया था साइबर अटैक, 10-12 घंटे गुल रही थी मुंबई में बिजली सप्लाई: अमेरिकी मीडिया

गलवान में 15 जून को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसके बाद चीनी हैकरों ने मुंबई के पावर सप्लाई सिस्टम पर साइबर अटैक किया था। इतना ही नहीं महानगर की बिजली सप्लाई भी ठप हो गई थी। यह खुलासा अमेरिकी मीडिया ने किया है। 

Asianet News Hindi | Published : Mar 1, 2021 11:16 AM IST

नई दिल्ली. गलवान में 15 जून को भारत और चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसके बाद चीनी हैकरों ने मुंबई के पावर सप्लाई सिस्टम पर साइबर अटैक किया था। इतना ही नहीं महानगर की बिजली सप्लाई भी ठप हो गई थी। यह खुलासा अमेरिकी मीडिया ने किया है। 

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के  RedEcho हैकर्स ग्रुप ने मुंबई में साइबर अटैक किया था। इसके बाद बिजली सप्लाई ठप हो गई थी। इस समस्या को पूरी तरह से खत्म करने में 10-12 घंटे लगे थे। 

जांच में भी हुआ था खुलासा
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, जब भारत चीन के बीच विवाद चरम पर था और दोनों देशों के सैनिक आमने सामने थे, उस वक्त भारत में बिजली की सप्लाई की देखरेख करने वाले सिस्टम में मॉलवेयर इंजेक्ट किया गया था। दरअसल चीन भारत को चुप कराना चाहता था। वहीं, महाराष्ट्र साइबर सेल की शुरुआती जांच में भी यह बात सामने आई थी कि यह मॉलवेयर अटैक सप्लाई सिस्टम ठप होने की वजह हो सकता है। 
 
रिपोर्ट में कहा गया है कि साइबर स्पेस कंपनी रिकॉर्डेड फ्यूचर ने घटना की मॉलवेयर ट्रेसिंग की थी। इतना ही नहीं कंपनी के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि एडवांस साइबर टेक्नॉलोजी का इस्तेमाल कर इंडियन पावर जनरेशन और ट्रांसमिशन इन्फ्रास्ट्रक्चर में एंट्री की गई थी। 

RedEcho पर रखी जाएगी नजर
साइबर सिक्योरिटी कंपनी के मुताबिक, अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि मुंबई में पावर कट के लिए कौन जिम्मेदार था। हालांकि,  RedEcho पर लगातार नजर रखी जाएगी। वहीं, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि गलवान हिंसा के बाद रोजाना 10,000 साइबर हमले के प्रयास किए गए। हालांकि, अब यह प्रयास कम हुए हैं। हालांकि, कंपनी ने कहा कि हमें सतर्क रहने की जरूरत है। 

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