सांई के जन्मस्थान पर बयान देकर बुरा फंसे CM ठाकरे; अनिश्चितकाल के लिए शिरणी बंद,जारी रहेगा ये काम

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा साईंबाबा के जन्म को लेकर दिए गए बयान से नाराज लोगों ने आज से शिरडी को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने का ऐलान किया है। वहीं, लोगों की मांग है कि ठाकरे अपने इस बयान को वापस लें। जबकि सरकार ने बंद को रद्द करने की अपील की है। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 19, 2020 3:16 AM IST / Updated: Jan 19 2020, 08:49 AM IST

शिरडी. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे द्वारा साईंबाबा के जन्म को लेकर दिए गए बयान से नाराज लोगों ने आज से शिरडी को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने का ऐलान किया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की ओर से पाथरी को साईंबाबा का जन्मस्थान बताने से नाराज शिरडी के लोगों ने यह फैसला लिया है। गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे ने कहा था कि पाथरी को साईं की जन्मभूमि के तौर पर विकसित किया जाएगा और इसके लिए 100 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। उन्होंने कहा था कि शिरडी साईंबाबा की कर्मभूमि थी और पाथरी जन्मभूमि। 

कानून लड़ाई लड़ने की चेतावनी 

सांई बाबा को मानने वाले श्रद्धालुओं और शिरडी के निवासियों ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बयान पर नाराजगी जताते हुए कहा, साईंबाबा ने खुद अपने पूरी जीवनकाल में अपने जन्मस्थान का जिक्र नहीं किया। वे हमेशा ही सभी धर्मों को मानने वाले और अपनी जाति परवरदिगार बताते थे। उद्धव ठाकरे के बयान से नाराज बीजेपी सांसद सुजय विखे पाटिल ने 'कानूनी लड़ाई' की चेतावनी देते हुए 19 जनवरी से शिरडी बंद का आह्वान किया है। हालांकि मामला बढ़ता देख उद्धव ठाकरे ने इस विवाद को बातचीत से सुलझाने की बात कही है। 

अनिश्चितकालीन बंद का ऐलान 

उद्धव ठाकरे के बयान के बाद बढ़े विवाद को देखते हुए साईंबाबा सनातन ट्रस्ट के सदस्य भाऊसाहब वाखुरे ने कहा, साईंबाबा के जन्मस्थली को लेकर जिस तरह से अफवाहें फैलाई जा रही हैं, उसके खिलाफ हमने शिरडी अनिश्चितकाल के लिए बंद करने का आह्वान किया है। शनिवार को गांव में इस मुद्दे पर एक बैठक की जाएगी। ट्रस्ट ने ये भी साफ किया है कि बंद का असर मंदिर में दर्शन करने वाले भक्तों पर नहीं पड़ेगा। ट्रस्ट की कोशिश रहेगी कि इस दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी तरह की कोई दिक्कत न हो। प्रसादालय और धर्मशाला का काम रोजाना की तरह ही चलेगा। 

एनसीपी और कांग्रेस ने किया बचाव 

गठबंधन की सरकार में कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के इस बयान का बचाव करते हुए कहा, साईंबाबा की जन्म भूमि के विवाद के कारण श्रद्धालुओं की सुविधाओं को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। शिरडी में हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। जबकि सरकार में मुख्य सहयोगी दल एनसीपी के नेता दुर्रानी अब्दुल्लाह खान ने भी दावा किया है कि इस बात के पर्याप्त सबूत हैं कि साईंबाबा का जन्मभूमि पाथरी है। उन्होंने कहा शिरडी साईंबाबा की कर्मभूमि थी, तो वहीं पाथरी जन्मभूमि। 

सीएम अपना बयान वापस लें

शिरडी ग्राम सभा ने फैसला किया है कि जब तक मुख्यमंत्री ठाकरे अपना बयान वापस नहीं लेते हैं, तब तक उनका बंद जारी रहेगा। मुख्यमंत्री ने शिरडी के लोगों से रविवार के बंद को वापस लेने की बात कही है। शिवसेना एमएलसी नीलम गोरे ने एक बयान जारी करके कहा है कि आने वाले सप्ताह में मुख्यमंत्री शिरडी के लोगों से मिलेंगे और इस मसले का समाधान करेंगे। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पाथरी भी जाएंगे और लोगों से बात करेंगे। वहीं बीजेपी नेता और विधायक राधाकृष्ण विखे पाटिल ने शिरडी ग्राम सभा के बंद के आह्वान को समर्थन दिया है। 

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