देश में कोयला संकट बढ़ा, बिजली कटौती बनी पहेली, उत्तर से दक्षिण के राज्यों तक हाहाकार

उत्तर व मध्य भारत में बिजली की मांग दो लाख मेगावाट से ज्यादा हो चुकी है जिसकी वजह से आठ घंटे तक कटौती की जा रही है. दक्षिण भारत के राज्य भी इससे अछूते नहीं हैं और चार से छह घंटे की कटौती किस्तो में हो रही है

Asianet News Hindi | Published : May 2, 2022 10:16 AM IST

नई दिल्ली : देश में रोजाना करीब 10.77 गीगावाट की बिजली कटौती (Power Cut) की जा रही है. जिसकी वजह से सभी राज्यों में हाला खराब हैं. बिजली कटौती की समस्या से
लोग त्रस्त हैं और सोशल मीडिया पर समस्यायें बता रहे हैं. वहीं सरकार कोयला ढुलाई सही करने के लिए तेज काम कर रही है. सरकार ने 657 ट्रेनें रद्द की हैं ताकि पॉवर प्लांट तक
कोयला पहुंचाया जा सके. रेलवे का कहना है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल कोयले की खपत में 20 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है

क्या कहता है सीसीएल
सेंट्रल कोल फील्डस का दावा है कि उसके पास 60 लाख टन से अधिक कोयला का स्टाक है. यूपी, बिहार, पंजाब, हरियाणा को करीब 2 लाख टन कोयला प्रतिदिन भेजा जा रहा है. कई राज्यों में
इस समय भीषण बिजली कटौती चल रही है. उत्तर व मध्य भारत में बिजली की मांग दो लाख मेगावाट से ज्यादा हो चुकी है जिसकी वजह से आठ घंटे तक कटौती की जा रही है. दक्षिण भारत के
राज्य भी इससे अछूते नहीं हैं और चार से छह घंटे की कटौती किस्तो में हो रही है.

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