
Congress's 85th plenary session: कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के रायपुर में शुरू हुआ। पहले दिन के अधिवेशन में तय हुआ कि सीडब्ल्यूसी के सभी सदस्यों को अध्यक्ष नामित करेंगे। कांग्रेस कार्यसमिति का चयन चुनाव के माध्यम से नहीं होकर अध्यक्ष द्वारा ही नामित होगा। कम्युनिकेशन प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने शुक्रवार को निर्णय की जानकारी देते हुए कहा कि कांग्रेस की संचालन समिति ने सर्वसम्मति से पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे को सीडब्ल्यूसी (congress working committee) के सभी सदस्यों को नामित करने के लिए अधिकृत करने का फैसला किया है।
हालांकि, पार्टी सूत्रों का कहना है कि अभिषेक मनु सिंघवी, दिग्विजय सिंह, अजय माकन सीडब्ल्यूसी के लिए चुनाव के पक्ष में थे। सिंघवी ने यहां तक सुझाव दिया कि कार्यसमिति को लोकसभा चुनाव के बाद चुनाव कराकर चुना जाए।
कांग्रेस नेता बोले-कोई मतभेद नहीं...
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिनेश गुंडू राव ने कहा कि कांग्रेस में कोई मतभेद नहीं है। हमें मल्लिकार्जुन खड़गे पर पूरा भरोसा है और हम उनके हाथों को मजबूत करना चाहते हैं ताकि वह कांग्रेस को मजबूत कर सकें। कांग्रेस वही करेगी जो पार्टी के हित में है।
गांधी परिवार पहले दिन नहीं हुआ शामिल, खड़गे को फ्री हैंड
राष्ट्रीय अधिवेशन के पहले दिन पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी नहीं शामिल हुए। जानकारों का मानना है कि गांधी परिवार को इस महत्वपूर्ण मीटिंग में शामिल न होना, खड़गे को अध्यक्ष के रूप में खुली छूट देने के रूप में देखा जा रहा है। यह संदेश दिया गया कि गांधी परिवार किसी तरह से फैसलों को प्रभावित नहीं करना चाहता। हालांकि, बताया गया है कि बाकी कॉन्क्लेव में भाग लेंगे। इन सत्रों में 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीतिक चर्चा की जाएगी। बता दें कि तीन दिवसीय रायपुर सम्मेलन में कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए एक रोडमैप तैयार करेगी और भाजपा को हराने के लिए महत्वपूर्ण रणनीतिक निर्णय लेगी।