
Karti Chidambaram: कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम ने देश की मौजूदा राजनीति पर सवाल उठाते हुए एक नई राजनीतिक पार्टी की जरूरत जताई है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब देश को ऐसी पार्टी चाहिए जो जाति, धर्म और भाषा की राजनीति से ऊपर उठकर नागरिकों की असली जरूरतों पर ध्यान दे।
कार्ति चिदंबरम ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए लिखा कि एक ऐसी राजनीतिक सोच की जरूरत है जो शहरी जीवन की गुणवत्ता, बुनियादी ढांचे, सार्वजनिक सेवाओं और जीवन की सुगमता जैसे मुद्दों पर केंद्रित हो। उनके इस पोस्ट के बाद अटकलें तेज हो गई हैं कि वे खुद एक नई राजनीतिक पार्टी की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।
कार्ति चिदंबरम का यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश में शहरीकरण तेजी से बढ़ रहा है और कई जगहों पर कांग्रेस सरकार को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। साथ ही, हाल के चुनावों और राज्यों में जाति, धर्म और भाषा को लेकर खूब राजनीति हुई है। तमिलनाडु और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में भाषा को लेकर काफी विवाद हु। इस बीच, शहरी मुद्दों जैसे ट्रैफिक, सफाई, पब्लिक ट्रांसपोर्ट और बुनियादी सुविधाओं पर राजनीतिक पार्टियां ध्यान नहीं दे रही हैं।
कार्ति चिदंबरम के इस बयान पर अभी तक किसी भी विपक्षी पार्टी ने कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है लेकिन सोशल मीडिया पर यह मुद्दा चर्चा में है। कुछ लोगों ने उनके विचारों को सही बताया है, जबकि कुछ ने इसे जमीनी हकीकत से दूर बताया।
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कार्ति चिदंबरम तमिलनाडु के शिवगंगा से सांसद हैं और अपने बेबाक विचारों के लिए जाने जाते हैं। उनके इस सुझाव से शहरी भारत को लेकर एक नई राजनीतिक बहस शुरू हो सकती है। अब देखना ये है कि क्या कोई नई पार्टी वाकई इस दिशा में कदम उठाएगी या फिर यह सिर्फ बातचीत तक ही सीमित रहेगा।