पंजाब के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालते ही भगवंत मान(Bhagwant Mann) ने ट्वीट करके पंजाब के विधायकों को मिलने वाली पेंशन के फॉर्मूले में बदलाव का ऐलान किया था। भगवंत मान के इस फैसले पर कांग्रेस ने तंज मारा है। मान ने कहा था कि इससे हजारों करोड़ की बचत होगी, लेकिन कांग्रेस नेता गुरदीप सिंह सप्पल(Gurdeep Singh Sappal National Spokesperson INCIndia) ने tweetकरके कहा कि इससे 5 वर्षों में सिर्फ 80 करोड़ बचेंगे।
नई दिल्ली. पंजाब के विधायकों के सामने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान(Bhagwant Mann) ने एक नई टेंशन खड़ी कर दी है। मान ने मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालते ही ट्वीट करके पंजाब के विधायकों को मिलने वाली पेंशन के फॉर्मूले में बदलाव का ऐलान किया था। भगवंत मान के इस फैसले पर कांग्रेस ने तंज मारा है। मान ने कहा था कि इससे हजारों करोड़ की बचत होगी, लेकिन कांग्रेस नेता गुरदीप सिंह सप्पल(Gurdeep Singh Sappal National Spokesperson INCIndia) ने tweetकरके कहा कि इससे 5 वर्षों में सिर्फ 80 करोड़ बचेंगे।
Gurdeep Singh Sappal V/s Bhagwant Mann: यह किया कांग्रेस नेता ने ट्वीट
कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सीनियर जर्नलिस्ट ने मान के फैसले को इमेज चमकाने के लिए झूठ फैलाने वाला बताया। उन्होंने कहा कि सीएम का कहना है कि विधायक पेंशन पर नए नियमों से हजारों करोड़ की बचत होगी। तथ्य यह है कि उनके अपने सरकारी आंकड़ों के अनुसार, इससे पांच वर्षों में ₹80 करोड़ की बचत होगी।
मान के फैसले से यह पड़ेगा फर्क
अभी तक पंजाब में व्यवस्था थी कि जितनी बार कोई विधायक बनता था, उतनी बार उसकी उतनी पेंशन पक्की हो जाती थी। मान के नए फैसले से ऐसा नहीं होगा। यानी विधायकों को सिर्फ एक टर्म की ही पेंशन मिलेगी। मान का मानना है कि बहुत से विधायक ऐसे हैं, जो चुनाव हार जाते हैं, लेकिन लाखों की पेंशन लेते रहते हैं। कई तो सांसद और विधायक दोनों की पेंशन ले रहे हैं। मान का दावा है कि इससे करोड़ों रुपए बचेंगे। साथ ही सरकारी खजाने पर पड़ने वाला बोझ भी कम हो जाएगा।
मान के फैसले से परेशान हैं विधायक
आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार के इस फैसले से कई नेताओं को टेंशन होने लगी है। राज्य में सबसे ज्यादा पेंशन पांच बार मुख्यमंत्री रह चुके प्रकाश सिंह बादल (Parkash Singh Badal) लेते हैं। उन्हें करीब 5.75 लाख की पेंशन मिलती है। हालांकि हाल में वे पेंशन लेने से इनकार कर चुके हैं। इसके अलावा छह बार की विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री राजिंदर कौर भट्ठल, लाल सिंह, पूर्व मंत्री सरवण सिंह फिल्लौर को सवा तीन लाख, बलविंदर सिंह भूंदड़ और सुखदेव ढींढसा को 2 लाख 25 हजार रुपए पेंशन मिलती है। यानी कई बार की पेंशन।
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