पिछले तीन दिनों में यह संख्या क्रमश: 22 नवंबर को 6746, 23 नवंबर को 4454 व 24 नवंबर को 6,224 रही। हालांकि कोरोना की तीसरी लहर को अधिक खतरनाक बनाने में पड़ोसी राज्यों में जलाई जा रही पराली के प्रदूषण का खासा योगदान रहा है।
नई दिल्ली । देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर भी सफलता पूर्वक काबू होने लगी है। इस लड़ाई के लिए दिल्ली अब पहले से और भी मजबूती से तैयार हो गई है। बीते दो सप्ताह में दिल्ली में कोरोना के अस्पतालों में 2000 बेड्स और 1300 ICU बेड्स बढ़ाए जा चुके हैं। इनमे से दिल्ली सरकार के GTB हस्पताल में सबसे अधिक अधिक 232 आईसीयू बेड्स और एलएनजेपी में 200 आईसीयू बेड्स बढ़ाए गए हैं।
खुद मानीटरिंग कर रहे सीएम
बता दें कि यह तमाम कार्य स्वयं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की निगरानी में हो रहे हैं। मुख्यमंत्री की निगरानी में एक विशेष टीम 24 घंटे दिल्ली के अस्पतालों में बेड्स बढ़ाने के कार्य की देखरेख कर पल-पल की जानकारी सीधे उन्हें पहुंचा रही है। इस बढ़ी बेड्स की संख्या के उपरांत अब दिल्ली में कोरोना मरीजों के लिए 9000 से अधिक रेगुलर बेड्स और 1000 से अधिक आईसीयू बेड्स उपलब्ध हैं।
10 नवंबर को मिले थे सबसे अधिक मरीज
दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर में 10 नवंबर को सबसे अधिक 8600 पॉजिटिव केस आए, जिसे कि विशेषज्ञों ने तीसरे चरण का पीक करार दिया। इसके उपरांत सरकार द्वारा कोरोना के रोकथाम के तमाम उपाय असर दिखाते नजर आने लगे और यह संख्या नियंत्रित नजर आने लगी।
तीन दिन में रहा ये हाल
पिछले तीन दिनों में यह संख्या क्रमश: 22 नवंबर को 6746, 23 नवंबर को 4454 व 24 नवंबर को 6,224 रही। हालांकि कोरोना की तीसरी लहर को अधिक खतरनाक बनाने में पड़ोसी राज्यों में जलाई जा रही पराली के प्रदूषण का खासा योगदान रहा है।
(प्रतीकात्मक फोटो)