कोरोना वैक्सीन लगाने का काम जल्द ही शुरू होने वाला है, लेकिन उससे पहले यूपी और हरियाणा के छोड़कर पूरे देश में ड्राई रन किया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने राजीव गांधी गवर्नमेंट जनरल हॉस्पिटल में ड्राई रन की तैयारियों का जायज़ा लिया। उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में पांच जनवरी को पहले ही टीकाकरण का ड्राई रन हो चुका है जबकि हरियाणा ने बृहस्पतिवार को ड्राई रन का काम पूरा हुआ।
नई दिल्ली. कोरोना वैक्सीन लगाने का काम जल्द ही शुरू होने वाला है, लेकिन उससे पहले यूपी और हरियाणा के छोड़कर पूरे देश में ड्राई रन किया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने राजीव गांधी गवर्नमेंट जनरल हॉस्पिटल में ड्राई रन की तैयारियों का जायज़ा लिया। उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में पांच जनवरी को पहले ही टीकाकरण का ड्राई रन हो चुका है जबकि हरियाणा ने बृहस्पतिवार को ड्राई रन का काम पूरा हुआ।
ड्राई रन की क्या तैयारी है?
सरकार तीन स्टेप में ड्राई रन करेगी। पहले स्टेप में वैक्सीन को प्राइमरी हेल्थ सेंटर तक पहुंचाना है। दूसरे स्टेप में हितग्राही तक पहुचाना और तीसरे स्टेप में वैक्सीनेशन के बाद निगरानी करना।
वैक्सीन का ट्रांसपोर्ट जल्द
एक दो दिन में कोरोना वैक्सीन का ट्रांसपोर्ट शुरू हो जाएगा। पुणे इसका सेंट्रल हब होगा। यहीं से वैक्सीन का डिस्ट्रिब्यूशन होगा। यात्री विमानों का इस्तेमाल वैक्सीन ट्रांसपोर्ट के लिए किया जाएगा।
पहले भी हुआ था ड्राई रन
भारत में सबसे पहले 28 और 29 दिसंबर को चार राज्यों में ड्राई रन किया गया था। तब ड्राई रन में चार स्टेप्स को फॉलो किया गया था। पहला- बेनीफिशियरी यानी जिन लोगों को डमी वैक्सीन लगाई जानी है उनकी जानकारी इकट्ठा की जाए। दूसरा- जहां वैक्सीन दी जानी है उस जगह की डिटेल। तीसरी- मौके पर डाक्यूमेट्स का वैरिफिकेशन और चौथा- वैक्सीनेशन की मॉक ड्रिल और रिपोर्टिंग की जानकारी अपलोड करना शामिल है।
कुछ दिनों में लगेगी वैक्सीन
भारत में 13 जनवरी से कोरोना वैक्सीन लगाने की शुरुआत हो सकती है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कोरोना वैक्सीन मंजूरी मिलने के 10 दिन बाद रोलआउट हो सकती है। बता दें वैक्सीन को डीसीजीआई ने 3 जनवरी मंजूरी दी थी। ऐसे में 13 या 14 जनवरी से देश में कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू हो सकता है।