देश में कोरोना वैक्सीनेशन का तीसरा फेज 1 मार्च से शुरू होने जा रहा है। इस फेज में प्राइवेट अस्पतालों को भी शामिल किया गया है, लेकिन यहां वैक्सीन लगवाने वालों को पैसे चुकाने होंगे। गुजरात में प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन लगवाने वालों को 250 रुपए देने होंगे।
नेशनल डेस्क। देश में कोरोना वैक्सीनेशन का तीसरा फेज 1 मार्च से शुरू होने जा रहा है। इस फेज में प्राइवेट अस्पतालों को भी शामिल किया गया है, लेकिन यहां वैक्सीन लगवाने वालों को पैसे चुकाने होंगे। गुजरात में प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन लगवाने वालों को 250 रुपए देने होंगे। गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने यह ऐलान कर दिया है। हालांकि, अभी दूसरे राज्यों को लेकर स्थिति साफ नहीं हो पाई है।
हालांकि, मीडिया में सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीन लगवाने वालों को सर्विस चार्ज समेत 250 रुपए ही चुकाने पड़ेंगे। हालांकि, आखिरी फैसला स्वास्थ्य मंत्रालय लेगा।
सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन मिलेगी फ्री
1 मार्च से शुरू हो रहे वैक्सीनेशन के फेज में करीब 12 हजार सरकारी अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में टीके फ्री में लगाए जाएंगे। इस फेज में 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को वैक्सीन लगेगी। इसके साथ ही 45 से 60 साल की उम्र के ऐसे लोगों को भी वैक्सीन लगेगी, जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं। केंद्र सरकार का आकलन है कि करीब 27 करोड़ लोग इस कैटेगरी में आते हैं।
45 से 60 साल के लोगों को दिखाना होगा मेडिकल सर्टिफिकेट
जिन लोगों की उम्र 60 साल या इससे ज्यादा है, उन्हें रजिस्ट्रेशन और वैक्सीनेशन के वक्त भी आईडी कार्ड साथ रखना होगा। 45-60 साल के लोगों को मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाना होगा, जिससे साबित हो सके कि वे किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। सरकार लिस्ट जारी करने वाली है कि किन गंभीर बीमारियों को प्रायोरिटी दी जाएगी। एक फॉर्म भी जारी हो सकता है, जिसे जांच के बाद डॉक्टर से भरवाना पड़ेगा।
देश में चल रहे कोरोना वैक्सीनेशन में अभी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट की कोवीशील्ड इस्तेमाल की जा रही है। हालांकि, लोगों को अपनी पसंद से वैक्सीन चुनने का ऑप्शन नहीं दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि सरकार ने कोवीशील्ड 210 रुपए प्रति डोज और कोवैक्सीन 290 रुपए प्रति डोज के हिसाब से खरीदी है।