केंद्र और राज्य सरकारों ने कोरोना के इलाज के लिए रेट तय कर दिए हैं। इसके बावजूद कई जगहों से निजी अस्पताल द्वारा ज्यादा बिल वसूली के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसा ही मामला हैदराबाद के निजी अस्पताल से सामने आया है।
हैदराबाद. केंद्र और राज्य सरकारों ने कोरोना के इलाज के लिए रेट तय कर दिए हैं। इसके बावजूद कई जगहों से निजी अस्पताल द्वारा ज्यादा बिल वसूली के मामले सामने आ रहे हैं। ऐसा ही मामला हैदराबाद के निजी अस्पताल से सामने आया है। यहां एक परिवार ने कोरोना के इलाज में 40 लाख रुपए खर्च कर दिए। इसके बावजूद परिवार के 3 सदस्यों की मौत हो गई।
हैदराबाद के सोमाजीगुडा में डेक्कन अस्पताल में परिवार के मुखिया सत्यनारायण रेड्डी समेत तीन कोरोना संक्रमित सदस्यों की इलाज के दौरान मौत हो गई। जबकि अस्पताल ने इलाज के नाम पर कपल से 17 लाख रुपए वसूल लिए। वहीं, परिवार का कहना है कि उन्होंने 3 लोगों के इलाज पर 40 लाख रुपए खर्च कर दिए। इसके बाद भी तीन सदस्यों की मौत हो गई।
शव देने से किया मना
जब परिवार वालों ने 8.5 रुपए का आखिरी बिल देने में असमर्थता जताई तो अस्पताल प्रशासन ने रेड्डी का शव देने से इंकार कर दिया। लेकिन जब स्थानीय लोगों ने विरोध किया तो 2 लाख रुपए लेकर शवों को सौंपा गया।
पैसे लेने के बावजूद अस्पताल ने दिखाई लापरवाही
रेड्डी के बेटे अनरेड्डी राधेश ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, मेरे परिवार ने जो चार हफ्ते में झेला, उसे कोई सोच भी नहीं सकता। मेरे पिता मदद की मांग करते करते मर गए, लेकिन हॉस्पिटल में किसी ने उनकी मदद तक नहीं की।
उन्होंने बताया, परिवार के सदस्यों पर 40 लाख रुपए खर्च कर दिए। इसके बावजूद अस्पताल ने उन्हें सामान्य सुविधाएं भी नहीं दीं। तीनों सदस्यों की मौत हो गई।