चीन के साथ जारी सीमा तनाव के बीच भारत में बड़ी संख्या में लोगों का मानना है कि पड़ोसी देश पाकिस्तान की तुलना में चीन देश के लिए एक बड़ी समस्या है। CVoter द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, 68 प्रतिशत भारतीयों का कहना है कि चीन पाकिस्तान की तुलना में भारत के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है, जबकि 32 प्रतिशत का मानना है कि नहीं ऐसा नहीं है।
नई दिल्ली. चीन के साथ जारी सीमा तनाव के बीच भारत में बड़ी संख्या में लोगों का मानना है कि पड़ोसी देश पाकिस्तान की तुलना में चीन देश के लिए एक बड़ी समस्या है। CVoter द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, 68 प्रतिशत भारतीयों का कहना है कि चीन पाकिस्तान की तुलना में भारत के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है, जबकि 32 प्रतिशत का मानना है कि नहीं ऐसा नहीं है।
पीएम मोदी ने चीन के खिलाफ ठोस कदम उठाए या नहीं?
एजेंसी ने भारतीय नागरिकों से सवाल किया कि क्या उन्हें लगता है कि भारत सरकार ने चीन को जवाब देने के लिए ठोस कदम उठाए हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए 39 प्रतिशत से अधिक भारतीयों ने भारत के पक्ष में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि हां, मोदी सरकार ने गलवान घाटी हमले के लिए चीन के खिलाफ कठोर कदम उठाया। जबकि 60% का मानना है कि चीन से 20 सैनिकों की शहादत का बदला लेना बाकी है।
चीन विवाद के बाद पीएम मोदी पर कितने लोगों का भरोसा बना हुआ है?
वहीं 73.6 प्रतिशत लोगों ने कहा कि हां, उन्हें चीन के धोखे के बाद भी मोदी सरकार के उठाए कदमों की वजह से विपक्षी दलों से ज्यादा मोदी सरकार पर भरोसा है। जबकि 16.7 प्रतिशत भारतीयों ने कहा कि उन्हें मोदी पर भरोसा नहीं है। 9.6 प्रतिशत ने कहा कि न तो विपक्ष न ही भारत की सत्तारूढ़ सरकार चीन के साथ चल रहे विवाद को संभालने में सक्षम है।
पीएम या राहुल में से किसपर ज्यादा भरोसा?
पीएम मोदी और राहुल गांधी की तुलना में भारतीय नागरिकों ने प्रधानमंत्री मोदी पर ज्यादा भरोसा जताया। पोल के अनुसार 61% लोगों का कहना है कि उन्हें राहुल गांधी पर भरोसा नहीं है। वह सरकार पर हमला कर सीमाओं को कमजोर कर रहे हैं।
- 72.6 प्रतिशत ने कहा कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा पर पीएम मोदी पर भरोसा करते हैं जबकि 14.4 प्रतिशत ने कहा कि उन्हें राहुल गांधी पर विश्वास है। सर्वेक्षण में शामिल 68% लोगों का मानना है कि भारत के लोग चीनी उत्पादों का बहिष्कार करेंगे, जबकि 31 प्रतिशत को लगता है कि लोग चीन से सामान खरीदना जारी रखेंगे, भले ही कुछ भी हो।